मुख्य अतिथि भगवान दास व सिकंदर रवानी थे, वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में मुखिया निहारिका देवी सुकृति उपस्थित थीं. शुभारंभ महाराज जरासंध के तस्वीर के समीप दीप प्रज्वलन के साथ शुरू हुआ. अतिथियों का फूलमाला व गुलदस्ता देकर जोरदार स्वागत किया गया. मुख्य अतिथि भगवान दास ने कहा कि महाराज जरासंध केवल युद्ध कौशल के लिए ही नहीं, बल्कि समाज-निर्माण, सामाजिक एकता व नेतृत्व के आदर्श के रूप में प्रभावशाली रहे. कार्यक्रम की अध्यक्षता चुरामन रवानी व संचालन नागेश्वर रवानी ने किया. मौके पर रितेश सिन्हा, पिंटू रवानी, दीपक रवानी, विजय रवानी ,संजय रवानी, प्रकाश रवानी, मनोज रवानी, किशुन रवानी, उज्जवल रवानी चंद्रवंशी, साहिल रवानी ,अशोक रवानी, समीर रवानी, सूरज रवानी, निखिल आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

