राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् की रचना के 150 वर्ष पूरा होने और लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती पर भाजपा बेरमो प्रखंड के तत्वावधान में मंगलवार को जरीडीह बाजार स्थित अवध बिहारी सरस्वती शिशु मंदिर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने की. विशिष्ट अतिथि पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ प्रह्लाद वर्णवाल और बेरमो प्रखंड प्रमुख गिरिजा देवी उपस्थित थे.
वक्ताओं ने कहा
मुख्य वक्ता भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विनय कुमार सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के समय देशवासियों में देशभक्ति और राष्ट्रप्रेम को जगाने में वंदे मातरम् गीत की महती भूमिका रही थी. यह गीत भारत की एकता और अखंडता को समर्पित है. इसी प्रेरणा को पाथेय बना कर देश के प्रथम गृहमंत्री सरदार पटेल ने आजादी के बाद अंग्रेजों के षड्यंत्र से लगभग छह सौ टुकड़ों में बंटे देश को एक किया था. वे कुछ दिन और रहते तो कश्मीर समस्या का नामो निशान नहीं रहता.
डॉ बरनवाल ने कहा कि यह गीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीवन और कर्मों की प्रेरणा है. भाजपा और संघ परिवार के कार्यकर्ताओं की सांसों में बसा है. गिरिजा देवी ने कहा कि 1937 में वंदे मातरम् गीत की पूर्णता से समझौता किया गया. इसके बाद राष्ट्र ध्वज और राष्ट्रभाषा हिंदी से. अंत में देश की एकता-अखंडता से समझौता कर भारत विभाजन स्वीकार कर लिया था. राजनीतिक उद्देश्यों से कुछ लोग राष्ट्रीय गीत का विरोध करते है, जिसकी भर्त्सना होनी चाहिए. इस अवसर पर प्रधानाचार्य रमेश उपाध्याय, भाजपा कार्यकर्ता भारती देवी, रोबीन कसेरा, प्रदीप साव, अरशद आरफीन, समुद्र प्रसाद, संजय बोरा, राजेश महतो, गोविंद महतो, कृष्ण गुप्ता सहित सभी शिक्षक और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

