okaro News : ‘या देवी सर्वभूतेषु दयारूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः…’ के आह्वान के साथ भक्तिमय माहौल में रविवार से उपासना का पर्व चैत्र नवरात्र शुरू हुआ. नेम-निष्ठा व विधि-विधान के साथ मंदिर, पंडाल व घर में कलश स्थापना की गयी. स्टील सिटी बोकारो भक्ति में लीन हो गयी है. मंदिर, पंडाल व घर-घर वैदिक मंत्रोच्चारण व देवी के भक्ति गीतों गूंज रहा है. सभी भक्ति की शक्ति में डूबे है.
शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंध माता, कात्यायिनी…:
घर, पंडाल व मंदिरों में घट स्थापना के साथ ही नौ दिवसीय व्रत, पूजन और अनुष्ठान शुरू हुआ. मंदिरों के साथ ही पूजा पंडालाें व घरों में भी नौ दिवसीय पूजन-अनुष्ठान शुरू हो गये है. देवी के नौ रूप शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्माण्डा, स्कंध माता, कात्यायिनी, कालरात्रि, महागौरी च सिद्धिदात्री की पूजा होगी.पहले दिन देवी शैलपुत्री पूजन, सुख, शांति व समृद्धि की कामना :
चैत्र नवरात्र के पहले दिन रविवार को भक्तों ने देवी शैलपुत्री स्वरूप का पूजन किया. माता रानी से सुख, शांति और समृद्धि की कामना की गयी. प्रतिपदा के साथ ही श्रीराम मंदिर सेक्टर वन स्थित दुर्गा मंदिर में कलश स्थापना कर अनुष्ठान शुरू किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है