बोकारो, पछुआ हवाओं ने मौसम में ठंडक घोल दी है. बोकारो का न्यूनतम तापमान 12 डिग्री पर पहुंचने से रात का मौसम सर्द हो गया है. बादलों की आवाजाही से दिन में भी ठंड लग रही है. हालांकि, दिन में ठिठुरन वाली ठंड का दौर अभी शुरू नहीं हुआ. लेकिन, सूर्यास्त होते ही ठंड का अहसास होने लगा. गर्म कपड़ा का उपयोग लोग अनिवार्य रूप से करने लगे हैं. वहीं सर्द मौसम में चाय की चुस्की का अलग आनंद होता है. नया मोड़ स्थित चाय दुकान में कुछ लोग चर्चा कर रहे थे कि इस साल बारिश जमकर हुई है, तो ठंड का प्रकोप भी रहेगा. इस साल तापमान रिकॉर्ड स्थापित करेगा. सावधानी बहुत जरूरी है.
अलाव बनने लगा सहारा
ठंड का मौसम हर वर्ग के लिए अलग-अलग रूप में आता है. कोई मौसम का आनंद बोनफायर के जरिये लेता है, तो कोई आग के सहारे ही ठंड से बचता है. अब जगह-जगह जरूरतमंद लोग लकड़ी या कार्टून जलाकर ठंड से राहत पाने की कोशिश करते दिख रहे हैं. खासकर दूंदीबाद (जहां से अतिक्रमण हटाया गया था), वहां के लोग आग के सहारे ही ठंड काट रहे हैं. बस स्टैंड समेत अन्य जगहों पर भी आग लगाकर ठंड का मात दी जा रही है.
दिसंबर के दूसरे सप्ताह से पड़ेगी कंपकपाती ठंड
मौसम जानकारों की माने तो 03 से 05 दिन मौसम यथावत रहेगा. इसके बाद न्यूनतम तापमान में दो डिग्री तक गिरावट आ सकती है. दिसंबर के पहले सप्ताह तक प्रचंड ठंड की संभावना कम है, लेकिन दूसरे सप्ताह से हाड़ कंपाने वाली सर्दी दस्तक दे सकती है.कंबल वितरण नहीं हुआ शुरू
ठंड दस्तक दे चुका है. ठंड गरीबों को परेशान करने वाला मौसम माना जाता है. जरूरतमंद के लिए जिला प्रशासन का कंबल बड़ा सहायक होता है. लेकिन, अबतक बोकारो में जिला प्रशासन की ओर से कंबल वितरण शुरू नहीं हुआ है. विभागीय जानकारों की माने तो इस साल कंबल मिलने में एक पखवारा से अधिक का समय लग सकता है. कारण है फैसला में देरी. अभी तक कंबल खरीदारी की टेंडर प्रक्रिया चल ही रही है. जिला में 57531 कंबल की खरीदारी करनी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

