बोकारो, बोकारो स्टील रिटायर्ड इंप्लाइज एसोसिएशन ने पेंशन की सुविधा के लिए डिमांड लेटर को प्रोसेस करने में आ रही परेशानियों के निवारण का अनुरोध किया है. इसको लेकर बीएसएल के निदेशक प्रभारी को पत्र लिखा है. एसोसिएशन के महामंत्री राम आगर सिंह ने बताया कि संबंधित अधिकारियों के संज्ञान में इस मामले को लाने के बाद भी कोई सार्थक पहल नहीं की जा रही है. इसके कारण रिटायर कर्मी इस महत्वपूर्ण पेंशन की सुविधा से हाथ धोने को विवश है.
लंबी कानूनी संघर्ष के बाद लाभ की बनी स्थति
श्री सिंह ने बताया कि लंबी कानूनी संघर्ष में हमारे ग्रुप में शामिल रिट पिटीशन में 63000 से ज्यादा लोग शामिल थे और फोर्स इसका लीड पिटीशनर था. एसोसिएशन को दो करोड़ से ज्यादा खर्च सुप्रीम कोर्ट में करना पड़ा है, जिससे अब लोग लाभ लेने की स्थिति में आये है. अब जबकि सितंबर 2014 के बाद वाले लोगों को इसके लाभ के दायरे में लाया जा सका है, तब अधिकारियों की लापरवाही से इसके हकदार लोगों को वंचित होने और इंटरेस्ट में ज्यादा रकम देने को विवश होना पड़ रहा है.
कर्मियों को समय पर नहीं मिल रहा है मेल, तय समय राशि जमा नहीं
श्री सिंह ने कहा कि डिमांड लेटर की जानकारी को संबंधित कर्मचारी के मेल में भेजने की जिम्मेदारी नियोक्ता को मिली है. कई लोगों को यह मेल समय पर नहीं मिल रहा है. इसके कारण लोगों को डिमांड लेटर में वर्णित रकम समयावधि में नहीं जमा करने की मजबूरी हो जा रही है. समस्या यह आती है कि बोकारो का सहयोग पोर्टल 15 तारीख के बाद बंद कर दिया जाता है और डिमांड लेटर माह के अंत तक आता रहता है. संपर्क करने अगले माह की एक तारीख को पोर्टल उपयोग की बात कही जाती है.सेल के रांची व अन्य यूनिटों में इस तरह की कोई रोक नहीं
श्री सिंह ने बताया कि जानकारी मिली है कि सेल के रांची व अन्य यूनिटों में इस तरह की कोई रोक नहीं है. माह की आखिरी तारीख तक चेक या डीडी लेने को विभाग तैयार हैं. इसमें एक दिक्कत आ रही है कि जिस माह में लेटर जारी हुआ है, उस माह में पैसा जमा नहीं करने पर अगले माह उससे ज्यादा धन जमा करना पड़ता है, जो सूद के कारण बढ़ता है. इसलिये इस कार्य को अंतिम दिन यानि प्रत्येक माह को संगृहित फॉर्म और चेक को रांची भेजने का काम अवश्य करना चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है