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Bokaro News : समिति की सहमति के बाद ही बढ़ेगी स्कूलों की फीस

Bokaro News : प्रशासनिक अधिकारियों ने अभिभावक संघ व निजी स्कूलों के प्रतिनिधियों के साथ की बैठक, अभिभावकों पर प्रति वर्ष ड्रेस बदलने का नहीं डालें दबाव, राज्य सरकार के जारी निर्देशों का सीबीएसइ व आइसीएससी स्कूल प्रबंधन करें अनुपालन, नहीं तो होगी कार्रवाई

बोकारो, समाहरणालय सभागार में मंगलवार को अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) चास प्रांजल ढांडा ने जिले के अभिभावक संघ व विभिन्न निजी स्कूलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. स्कूल प्रबंधनों की ओर से फीस बढ़ाने के लिए राज्य सरकार के निर्देशानुसार नौ सदस्यीय कमेटी (स्कूल प्रबंधन/अभिभावक आदि) गठित कर उनके समक्ष प्रस्ताव रखने, कमेटी की ओर से सहमति के बाद ही फीस बढ़ोतरी लागू होने की बात कहीं गयी. बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीइओ) जगरनाथ लोहरा, जिला शिक्षा अधीक्षक (डीएसइ) अतुल चौबे, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह उपस्थित थे. इससे पहले एसडीओ ने क्रमवार अभिभावक संघ के प्रतिनिधियों से विभिन्न स्कूलों से संबंधित समस्याओं, उनके पक्ष को जाना. वहीं, कुछ मामलों में स्कूल प्रबंधनों-प्रतिनिधियों से भी जवाब लिया. अभिभावकों को अपनी शिकायतों को लिखित रूप से जिला स्तरीय समिति के समक्ष रखने को कहा. उसके बाद समिति लिखित रूप से सभी स्कूलों से उन पर उनका पक्ष लेगी. बता दें कि बैठक उपायुक्त विजया जाधव के निर्देश पर आयोजित की गयी.

स्कूल की पुस्तकें शहर के कम से कम 10 -15 दुकानों में उपलब्ध हो : प्रशासन

एसडीओ ने स्कूल प्रबंधन को कहा कि स्कूल प्रबंधन यह व्यवस्था करें कि स्कूल की पुस्तकें शहर के कम से कम 10 -15 दुकानों में उपलब्ध हो. एनसीइआरटी की पुस्तकें विद्यालय की ओर से संचालित की जाय. छात्र-छात्राओं को प्रतिवर्ष ड्रेस बदलने का स्कूल प्रबंधन अभिभावकों पर दबाव नहीं डाले. साथ ही, स्कूल प्रबंधन बच्चों के अवकाश पर रहने का फाइन लेना अविलंब बंद करें. कहा गया कि किसी भी एक स्टोर/दुकान से पुस्तक/काॅपी लेने का स्कूल प्रबंधन अभिभावकों को बाध्य नहीं करेंगे. सीबीएसइ/आइसीएससी/आरटीइ व राज्य सरकार की ओर से समय-समय पर दिये गये दिशा-निर्देशों का स्कूल प्रबंधन अनुपालन कर रहें हैं या नहीं. इसकी जांच कर डीइओ/डीएसइ समिति को प्रतिवेदन समर्पित करेंगे. समिति नियमों की अनदेखी करने पर स्कूल प्रबंधनों के विरूद्ध कार्रवाई करेगी.

अभिभावकों की शिकायतों को सुनने के लिए शिक्षकों का नाम व नंबर करें सार्वजनिक

डीइओ व डीएसइ ने कहा कि स्कूल प्रबंधन यह ध्यान दें, विद्यालयों का संचालन लाभ कमाने के उद्देश्य से नहीं किया जाता है. अभिभावकों की समस्या/बातों को सुनने के लिए शिक्षकों का नाम व नंबर सार्वजनिक करें. स्कूल की वेबसाइट के साथ परिसर के बाहर फ्लैक्स/होर्डिंग के माध्यम से अधिष्ठापित करें. कई अन्य बिंदुओं पर भी विस्तार से चर्चा हुई, जिस पर एसडीओ, डीईओ व डीएसई ने दिशा-निर्देश दिया.

झारखंड अभिभावक संघ ने कहा : प्रतिवर्ष मनमानी तरीके से होती है फीस में बढ़ोतरी

झारखंड अभिभावक संघ जिलाध्यक्ष महेंद्र राय ने कहा कि स्कूल की ओर से प्रतिवर्ष फीस में बढ़ाई जाती है. हर साल बुक परिवर्तन होता है. चिन्हित जगहों से बुक-कॉपी लेने का दवाब बनाया जाता है. कई तरह के एक्स्ट्रा चार्ज लिया जाता है. फीस जमा न करने पर लेट फाइन लिया जाता है. बैठक में मंतोष कुमार, अजित ठाकुर, पीयूष सिंह, रिजवान अख्तर, मधेश सिंह, अरुण, चंदन, रविन्द्र, जितेन, राकेश, हरिओम मौजूद रहे.

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