कसमार, कसमार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं सभी स्वास्थ्य उपकेंद्रों में पदस्थापित आउटसोर्सिंग स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल का अब असरदार दिखने लगा है. प्रखंड प्रमुख नियोती कुमारी समेत अन्य पंचायत प्रतिनिधियों व राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के समर्थन के बाद कसमार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रबंधन का कड़ा रुख कमजोर होने लगा है. इधर, आउटसोर्सिंग कर्मी गुरुवार को भी धरना पर बैठे रहे. कर्मियों ने एक स्वर में बताया कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रधान सहायक एवं स्टोरकीपर मिलकर हमेशा आउटसोर्सिंग कर्मियों के साथ भेदभाव करते हैं. कहा कि जब तक उनकी मांगों पर कोई सकारात्मक पहल नहीं होगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगी. धरनास्थल पर गर्री पंचायत की मुखिया गीता देवी, कांग्रेस नेता रमेश चंद्र महाराज एवं सामाजिक कार्यकर्ता धनलाल कपरदार पहुंचे एवं चिकित्सा प्रभारी को खूब खरी खोटी सुनायी.
स्वास्थ्यकर्मियों पर लगाया आरोप, फिर लिया वापस
मालूम हो कि कसमार सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ प्रफुल्ल महतो ने आउटसोर्सिंग कर्मियों के खिलाफ सिविल सर्जन को एक पत्र भेजा था. पत्र में आरोप लगाया था कि कसमार सीएचसी से सभी स्वास्थ्य उपकेंद्र व स्कूलों में आइएफए पिंक एंड आयरन सिरप को प्राइवेट वैन मंगाकर भेजा जा रहा था, जिसे हड़ताल एवं धरना पर बैठे सभी आउटसोर्सिंग कर्मियों द्वारा रोका गया. आरोप की जानकारी मिलने पर स्वास्थ्यकर्मियों ने प्रमुख व जिप सदस्य को बताया. इस पर प्रमुख ने सिविल सर्जन से यह आरोप खारिज करने की बात कही. प्रतिनिधियों के दबाव के बाद आखिर कसमार सीएचसी प्रबंधन झुका व गुरुवार को इस पत्र को निरस्त करने का पत्र सिविल सर्जन को भेजा. पत्र में यह जिक्र किया गया है कि जांच में यह आरोप गलत पाया गया है.मांगें पूरी होने तक जारी रहेगी हड़ताल
पेटरवार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पेटरवार में कार्यरत आउटसोर्सिंग स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल के तहत तीसरे दिन गुरुवार को भी धरना दिया. कर्मियों ने कहा कि जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा , तब तक हड़ताल जारी रहेगी. इधर, हड़ताल से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व विभिन्न उप स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

