बोकारो, ट्रैफिक विभाग में कार्यरत ठेका मजदूरों पर अत्याचार का आरोप लगाते हुए गुरुवार को बोकारो इस्पात कामगार यूनियन (एटक) के ठेका प्रकोष्ठ ने ट्रैफिक विभाग के रेल भवन पर मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. नेतृत्व प्राण सिंह ने किया. यूनियन के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने कहा कि अब ठेका मजदूर अपने हक-अधिकार के लिए प्लांट का धुआं बंद करेंगे, जिसका सीधा असर प्लांट के उत्पादन पर पड़ेगा. सारी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी.
श्री सिंह ने कहा कि असंगठित मजदूर के लिए 28 मार्च को बनी हुई ग्रीवांस रिड्रेसल कमेटी का वर्तमान में कोई औचित्य नहीं रह गया है. उदाहरण स्वरूप ट्रैफिक विभाग में दो मजदूर एक वर्ष से बैठा हुआ है. यह यातायात विभाग के प्रबंधन पर प्रश्न खड़ा करता है. कहा कि प्रबंधन व ठेकेदार गठजोड़ मजदूरों पर अत्याचार कर रहा है.मजदूरों को 60 वर्ष सेवा की गारंटी, ठेका मजदूरों के नौकरी की सुरक्षा सुनिश्चित
बीएसएल में काम करने वाले ठेका मजदूरों को 60 वर्ष सेवा की गारंटी, ठेका मजदूरों के जॉब की सुरक्षा सुनिश्चित, ठेकेदार बदले मजदूर वही रहे की नीति, समान काम के लिए समान मजदूरी आदि के लिए आंदोलन जारी रखने पर सहमति बनी. प्रदर्शन में पप्पू, उदय प्रताप, प्रणव, दिलीप, मोइन आलम, रंजित, लेविन मांझी, संतोष महतो, प्रमोद, सूरज, रमेश, राजेश, सनातन, गौरी, प्रमोद, मंजूर आदि शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

