बोकारो, 10 दिसंबर को लापता हुए बीएसएल में ठेकाकर्मी जयंत कुमार सिंह की हत्या सेक्टर आठ डी स्थित स्कूल ग्राउंड में लाठी से पीट-पीट कर की गयी थी. हत्या के बाद शव गिरिडीह जिले के पीरटांड़ थाना क्षेत्र में फेंक दिया गया था. मुख्य साजिशकर्ता विनोद कुमार उर्फ विनोद खोपड़ी था. पूरे घटनाक्रम में वरुण कुमार उर्फ वरुण पासवान की भूमिका संदिग्ध रही. पुलिस के अनुसार, अहम की टकराहट में जयंत सिंह की हत्या हुई थी. एसपी हरविंदर सिंह ने मंगलवार को पत्रकारों के समक्ष हत्याकांड से पर्दा हटाया.
एसपी श्री सिंह ने बताया कि आठ दिसंबर को विनोद खोपड़ी से जयंत की गाड़ी को लेकर मोबाइल पर बहस हुई थी. विवाद सुलझाने के लिए वरुण सामने आया. वरुण पहले से दोनों (विनोद व जयंत) का करीबी था. 10 दिसंबर को वरुण ने जयंत को सेक्टर आठ डी स्थित स्कूल ग्राउंड में बुलाया. दोनों ने पहले शराब पी. वरुण ने ग्राउंड में अन्य लड़कों को बुलाया और जयंत को उनके सुपुर्द कर दिया. इन लड़कों ने जयंत को लाठी से जमकर मारा. इसी क्रम में उसकी मौत हो गयी.एसपी श्री सिंह ने बताया कि घटना के बाद जयंत के शव को एक कार (जेएच 09 एएक्स 8065) में डालकर गिरिडीह जिले के पीरटाड़ थाना के जलेबिया घाटी के समीप खाई में फेंक दिया. वरुण लौट कर जयंत की पत्नी अमृता सिंह के साथ 11 दिसंबर को हरला थाना गया. अमृता ने मुकेश राय व विनोद कुमार के खिलाफ थाना में अपहरण की एफआइआर करायी. इसके बाद एफआइआर की जानकारी भी वरुण ने मुकेश राय को दी. इसके बाद घटना में शामिल सभी आरोपित फरार हो गये. एफआइआर दर्ज होने के बाद पुलिस रेस हो गयी. एसआइटी का गठन किया गया. टीम ने डीएसपी आलोक रंजन के नेतृत्व में छापेमारी शुरू की. एसपी श्री सिंह ने बताया कि छापेमारी के दौरान 14 दिसंबर को ओडिशा के भुनेश्वर में एक होटल से विनोद कुमार उर्फ विनोद खोपड़ी को गिरफ्तार किया गया. विनोद की निशानदेही पर 15 दिसंबर को जयंत के शव को गिरिडीह जिला के जंगल से बरामद किया गया. देर शाम को पांच और अभियुक्त गिरफ्तार कर लिये गये. जहां तक जयंत के शव से आंख व कान गायब होने की बात सामने आ रही है. कई दिनों तक खाई में शव पड़े रहने के कारण कीड़े ने आंख व कान को क्षतिग्रस्त किया है. अन्य मामले की जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद सामने आ जायेगी.गिरफ्तार छह अभियुक्तों में ये थे शामिल
गिरफ्तार अभियुक्तों में बिनोद कुमार उर्फ बिनोद खोपड़ी, मनोज कुमार उर्फ लुसी, संजय कुमार उर्फ संजय डोम, आनंद कुमार, वरुण कुमार उर्फ वरुण पासवान, संजय सिंह उर्फ कट्ठा शामिल है.पुलिस ने अभियुक्तों के पास से एक कार (जेएच 09 एएक्स 8065), दो मोबाईल, चार लाठी बरामद किया है.छापेमारी दल में शामिल पुलिस पदाधिकारी
छापामारी दल में सिटी डीएसपी आलोक रंजन, हरला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर खुर्शीद आलम, बीएस सिटी थानेदार इंस्पेक्टर सुदामा कुमार दास, सेक्टर चार थानेदार इंस्पेक्टर संजय कुमार, माराफारी इंस्पेक्टर आजाद, अनुसंधानकर्ता पुअनि सहदेव कुमार साव, पुअनि अमन कुमार, पुअनि मनीष कुमार गुप्ता, पुअनि अवेंद्र साव, पुअनि सरज कुमार सहित सशस्त्र बल शामिल थे.अनुमंडल चास में हुआ पोस्टमार्टम
डीसी अजय नाथ झा के निर्देश पर सिविल सर्जन डॉ अभय भूषण प्रसाद ने मृतक जयंत कुमार सिंह के शव का पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया. पोस्टमार्टम करनेवाले चिकित्सकों के टीम में डॉ विकास कुमार, डॉ रवि शेखर व डॉ रीना कुमारी शामिल थे. आवासीय दंडाधिकारी जया कुमारी की देखरेख में तीन सदस्यीय चिकित्सकों की टीम ने चास अनुमंडल अस्पताल में पोस्टमार्टम किया. पोस्टमार्टम प्रक्रिया की पूरी वीडियो रिकार्डिंग करायी गयी. पुलिस सुरक्षा में शव को बीजीएच से चास अनुमंडल अस्पताल लाया गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

