धनबाद, बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (बीबीएमकेयू) के कुलपति प्रो राम कुमार सिंह ने शिक्षकों की कमी से जूझ रहे कॉलेजों को ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने का निर्देश दिया है. बुधवार को प्राचार्यों व विवि के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में उन्होंने कॉलेजों में शिक्षकों की कमी और उससे हो रही समस्याओं की समीक्षा की. इस दौरान कुलपति ने सभी कॉलेजों से कहा कि यदि किसी कॉलेज में किसी विषय के शिक्षक उपलब्ध नहीं हैं, तो वे अन्य कॉलेजों में कार्यरत नीड-बेस्ड शिक्षकों की सहायता से ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करें. इससे संबंधित विषयों का पाठ्यक्रम समय पर पूरा किया जा सकेगा और छात्रों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी.
कॉलेजों को आवश्यक शैक्षणिक और तकनीकी सहयोग किया जा रहा प्रदान
बैठक के दौरान विश्वविद्यालय के इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल के समन्वयक डॉ प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय अपने अधीनस्थ कॉलेजों का जल्द से जल्द नैक मूल्यांकन कराने के लिए प्रयासरत है. इसके लिए कॉलेजों को आवश्यक शैक्षणिक और तकनीकी सहयोग प्रदान किया जा रहा है.
बीबीएमकेयू के एकेडमिक ब्लॉक का फर्नीचर अब कॉलेजों को मिलेगा
बीबीएमकेयू के एकेडमिक ब्लॉक में उपयोग हो रहा फर्नीचर अब अंगीभूत कॉलेजों को दिया जायेगा. इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन ने निर्णय लिया है कि फर्नीचर को स्क्रैप में बेचने के बजाय कॉलेजों को सौंपा जायेगा, ताकि संसाधनों का बेहतर उपयोग हो सके. इसके लिए विश्वविद्यालय में एक विशेष कमेटी का गठन किया जायेगा, जो कॉलेजों की आवश्यकताओं का आकलन कर फर्नीचर का वितरण सुनिश्चित करेगी. वर्तमान में एकेडमिक ब्लॉक में लगा फर्नीचर केवल दो वर्ष पुराना है और अच्छी गुणवत्ता का है. विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि यह फर्नीचर कॉलेजों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा, खासकर उन कॉलेजों के लिए जो अभी भी फर्नीचर की कमी से जूझ रहे हैं. बता दें कि वर्ष 2023 में जब विवि अपने नये परिसर भेलाटांड़ में शिफ्ट हुआ था, तब तत्कालीन आवश्यकता को देखते हुए आंतरिक फंड से फर्नीचर की खरीदारी की गयी थी, क्योंकि राज्य सरकार से तत्काल पर्याप्त फंड नहीं मिल पाया था. अब राज्य सरकार ने विवि के लिए लैब, लाइब्रेरी और फर्नीचर की उन्नति के लिए 77.24 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है.
वीसी के नाम पर फर्जी इमेल बना कर मांगा जा रहा पैसा
बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रामकुमार सिंह के नाम से फर्जी ईमेल आइ़डी बनाने का मामला आया है. इसी ईमेल से कई लोगों को मेल भेजकर पैसा मांगा गया है. ईंमेल आइ़डी रामकुमार सिंह डॉट ऑफिशियल मेल 9759 @जीमेल.कॉम से सहायता राशि की मांग की जा रही है. इस संबंध में शिकायत मिलने के बाद कुलपति ने सभी अधिकारियों और शिक्षकों को आगाह किया है कि ऐसे ईमेल पर ध्यान नहीं दें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है