बोकारो, बोकारो ट्रैफिक पुलिस ने बुधवार दोपहर 12 बजे सीआरपीएफ के एक फर्जी असिस्टेंट कमांडेंट को गिरफ्तार किया. पकड़े जाने पर पहले तो उसने जांच अधिकारी को सस्पेंड कराने की धमकी दी, फिर पुलिस अधीक्षक हरविंदर सिंह को फोन लगा दिया. बताया जाता है कि नयामोड़ चेक प्वाइंट पर वाहनों की जांच चल रही थी. इसी दौरान खुद को सीआरपीएफ का असिस्टेंट कमांडेंट बताने वाले एक व्यक्ति फर्जी आइकार्ड के साथ पकड़ा गया. उसकी पहचान जोशी कॉलोनी निवासी अश्विनी ठाकुर के रूप में की गयी. बीएस सिटी पुलिस ने उसके पास से अलग-अलग नाम से सीआरपीएफ के दो आइकार्ड व एक एनएसजी का फर्जी आइकार्ड जब्त किया. ट्रैफिक जमादार ओशो प्रदीप की लिखित शिकायत पर बीएस सिटी पुलिस ने फर्जीवाड़ा व सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने की प्राथमिकी दर्ज कर ली है. उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. पुलिस उपाधीक्षक शहर आलोक रंजन ने बताया कि ट्रैफिक जमादार ने चेक प्वाइंट पर बिना हेलमेट बाइक चलला रहे एक युवक को जांच के लिए रोका. पूछताछ करने पर उसने खुद का परिचय सुकमा में पोस्टेड सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट अश्विनी ठाकुर के रूप में दिया. जब पुलिस ने पहचान का दायरा बढ़ाया, तो अश्विनी ने धौंस दिखाना शुरू किया. उसने अधिकारी को धमकाते हुए कहा कि उसे सस्पेंड करवा देगा. अश्विनी ठाकुर ने तुरंत बोकारो के एसपी हरविंदर सिंह को फोन लगाकर कर शिकायत कर दी. असिस्टेंट कमांडेंट के साथ दुर्व्यवहार पर महकमा रेस हो गया. ट्रैफिक डीएसपी विद्या शंकर ने जांच शुरू की और एसपी को रिपोर्ट सौंपी, तो फर्जीवाड़े का पता चला. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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