बोकारो, एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में सुरक्षित प्रसव पर 21 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है. शनिवार को प्रशिक्षक डॉ सेलीना टुडू ने कहा कि सुरक्षित प्रसव का मतलब जच्चा व बच्चा दोनों की जान व स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. इसके लिए गर्भावस्था के दौरान नियमित जांच, प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा अस्पताल या प्रमाणित केंद्र में प्रसव कराना, स्वच्छ माहौल, समय पर टीकाकरण व प्रसव के दौरान माता को आरामदायक स्थिति अपनाना शामिल है. इससे मातृ व शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सकता है. डॉ सेलीना टुडू ने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त करनेवाली सभी परिचर्या को गर्भवती का विशेष ध्यान प्रथम जांच से ही रखने की जरूरत है. प्रथम जांच के दौरान गर्भवती होने की जानकारी मिलने पर रिकाॅर्ड रखना शुरू कर दें. परिवार को बतायें कि गर्भवती की नियमित जांच व पोषणयुक्त भोजन जरूरी है. इसके बाद भी प्रसव तक की सभी जिम्मेदारी ईमानदारी पूर्वक पूरी करें. प्रशिक्षण का समापन 30 दिसंबर को होगा. प्रशिक्षण शिविर में जीएनएम शशि कुमारी, रीना कुमारी, कविता गुप्ता, सीएचओ स्नेहा स्वराज, सविता महतो, बेला कुमारी सहित अन्य सीएचओ व परिचर्या शामिल थी.
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