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Bokaro News : पौधरोपण के प्रति जागरूक करता है ‘स्मृति वृक्ष विहार’

जैविक उद्यान में स्थि है स्मृति विहार

सुनील तिवारी, बोकारो, बोकारो स्टील प्लांट (बीएसएल) की ओर से संचालित सेक्टर चार में जैविक उद्यान बोकारो में ‘स्मृति वृक्ष विहार’ एक ऐसी जगह है, जहां बोकारो आने वाले गणमान्य व्यक्तियों, जैसे राष्ट्रपति, केंद्रीय व राज्य मंत्रियों और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के अधिकारियों ने पौधे लगाये हैं. इन पौधों के पास एक साइन बोर्ड होता है, जिसमें लगाने वाले व्यक्ति का नाम, पद और तारीख लिखी होती है. यह उद्यान प्रकृति के अध्ययन का केंद्र होने के साथ-साथ इन स्मृतियों को सहेजने के लिए एक प्रेरणादायक स्थान भी है. स्मृति वृक्ष विहार पहल का उद्देश्य गणमान्य व्यक्तियों को प्रकृति से जोड़ना व भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक स्थायी विरासत बनाना है.

स्मृति विहार को चार अलग-अलग वर्गों में विकसित किया गया है

स्मृति वृक्ष विहार को चार अलग-अलग वर्गों में विकसित किया गया है और इसमें पौधे लगाने का कार्य अभी भी जारी है. यह जगह आगंतुकों को पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और पौधे लगाने के लिए प्रेरित करता है. बोकारो का जैविक उद्यान ‘नेचर स्कूल’ की भूमिका भी निभा रहा है. 127 एकड़ क्षेत्रफल में फैले उद्यान में 2000 से अधिक पेड़-पौधे हैं. 237 पशु-पक्षियों का बसेरा जैविक उद्यान पर्यावरण संरक्षण का पाठ भी पढ़ा रहा है.

साउथ अमेरिका का ‘कैनन बॉल ट्री’ आकर्षण का केंद्र

साउथ अमेरिका का ‘कैनन बॉल ट्री’ आकर्षण का केंद्र है. कचनार, महोगनी, सेमल, चकुंडी, झाउ, गुलमोहर, दुमर…उद्यान में दर्जनों तरह के पेड़-पौधे हैं. बोकारो सहित आसपास के स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थी पेड़-पौधों का अध्ययन करने यहां आते हैं. उद्यान में वन से होने वाले लाभ की जानकारी देने के लिए बोर्ड भी लगा है. यहां उद्यान के स्थापना काल (14 जनवरी 1989 ) से लेकर अब तक स्मृति वृक्ष विहार-एक से लेकर स्मृति वृक्ष विहार-चार तक बीएसएल में आने वाले सेल के अधिकारियों, बोकारो आने वाले अतिथियों, केंद्र व राज्य सरकार के मंत्रियों सहित अन्य गण्यमान्य लोगों द्वारा लगाये गये पौधे हैं.

अतिथि रजिस्टर में दर्ज करते हैं अनुभव

स्मृति वृक्ष विहार में विशिष्ट अतिथियों से पौधे लगवाने का सिलसिला जारी है. अतिथियों ने इतने पौधे लगाये हैं कि इसकी संख्या चार तक पहुंच चुकी है. अभी स्मृति वृक्ष विहार-चार में पौधा लगाने का सिलसिला जारी है. इससे उद्यान में चारों ओर हरियाली नजर आती है. कई लोगों ने उद्यान के रजिस्टर में दर्ज किया है कि उन्हें यहां आकर पौधा लगाने की प्रेरणा मिली.

भारत रत्न डॉ अब्दुल कलाम ने लगाया था महोगनी का पौधा

एक अक्तूबर 2001 को भारत रत्न से सम्मानित मिसाइल मैन डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जब भारत सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार थे, तब वह बोकारो आये थे. उस समय उन्होंने स्मृति वृक्ष विहार में महोगनी का पौधा लगाया था, जो अब वृक्ष बन चुका है. यहां डॉ कलाम के अलावा, धर्मेंद्र प्रधान, दिनेश गोस्वामी, श्री श्री रविशंकर, वेद मारवाह, डॉ सैयद रजी, अजीत जोगी, एमआरआर नायर, एसआर जैन, अरविंद पांडेय, एसके रुंगटा, सीएस वर्मा, सोमा मंडल सहित 300 से अधिक अति विशिष्ट अतिथियों ने पौधरोपण किया है. मतलब, हर पेड़ के साथ कोई ना कोई सुखद स्मृति है.

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