बोकारो, बोकारो के पूर्व विधायक ने हमारे कार्यप्रणाली पर जो सवाल उठाया है, वह मेरे साथ-साथ बोकारो की जनता की समझ से परे है. वर्षों से ठहरी हुई योजनाओं को जब गति मिल रही है, तो यह स्वाभाविक है कि विकास बाधक को बेचैनी होगी. यही बेचैनी गुरुवार के प्रेस वार्ता में साफ नजर आयी, जहां पूर्व विधायक ने बोकारो के विकास को लेकर प्रश्नचिह्न लगाने का प्रयास किया. यह बातें बोकारो की विधायक श्वेता सिंह ने शुक्रवार को सेक्टर तीन स्थित अपने आवास पर पत्रकार से बातचीत करते हुए कहीं.
विधायक ने कहा कि वह हवाई अड्डा संचालन की दिशा में ठोस कार्य कर रही हैं. हर स्तर पर पहल कर रही हैं. इस पर पूर्व विधायक वह कहते हैं कि इस्पात मंत्री से मिलने से क्या होगा. उनका सवाल पूर्व विधायक से यह है कि क्या चिमनी छोटा करने, लाइट लगवाने व एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर पूर्व विधायक करेंगे, या फिर सेल द्वारा किया जायेगा और सेल किसके अधीन है. इस्पात मंत्रालय के. यह सब भली-भांति जानने के बावजूद अगर पूर्व विधायक जनता के समक्ष इस प्रकार की बातें कर रहे हैं, तो यह केवल और केवल जनता को गुमराह करने का प्रयास है. लेकिन, जनता अब गुमराह नहीं होगी.पूर्व विधायक अस्पताल के लिए हर क्लीयरेंस ले आये, जनता से जुड़े मुद्दे लटके
श्रीमती सिंह ने कहा कि पूर्व विधायक 2014 से 2019 के अपने कार्यकाल पर ही बात करें. जब वह डबल इंजन सरकार के विधायक थे. हमने तो सुना था कि डबल इंजन सरकार में विकास की गंगा बहती है, फिर बोकारो उस काल में सूखाग्रस्त क्यों रहा. आज यह केवल मेरा नहीं, बोकारो की हर जनता का प्रश्न है. आप तत्कालीन मुख्यमंत्री का बार-बार धन्यवाद दे रहे थे, जो झारखंड में हाथी उड़ा रहे थे. मगर बोकारो में हवाई जहाज उड़ नहीं सका. पूर्व विधायक कह रहे हैं कि सरकार ने पॉल्यूशन क्लीयरेंस को गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन पूर्व विधायक स्वयं कितने गंभीर थे. विपक्ष में बैठा विधायक अपने निजी अस्पताल के लिए हर क्लीयरेंस ले आये, लेकिन जनता से जुड़े मुद्दे लटके रह जाएं.निजी अस्पताल की फाइल लेकर दौड़ते रहे, धूल खाती रही जनता की फाइल
श्रीमती सिंह ने कहा कि पूर्व विधायक अपने मेडिकेंट अस्पताल की फाइल लेकर दौड़ते रहे और बोकारो की जनता की फाइल धूल खाती रही. पूर्व विधायक ने गुरुवार को कहा कि मुझे विकास को लेकर अध्ययन करना चाहिए, तो मैंने किया है और अध्ययन में यह स्पष्ट हुआ कि 2014 में पूर्व विधायक बैंक डिफॉल्टर थे और 2024 तक उनकी संपत्ति में 350 गुना वृद्धि हो गयी. कैसे पूर्व विधायक की बारी को-ऑपरेटिव में जमीन और मकान का व्यापार तेजी से बढ़ा. कैसे एक बैंक डिफॉल्टर करोड़ों-अरबों रुपये का निजी अस्पताल खड़ा करने में अपनी पूरी शक्ति और ऊर्जा लगा देता है. सारा तकनीकी स्वीकृति झारखंड के इंडी गठबंधन की सरकार से ले आते हैं और जनता के सामने बेचारे बन जाते है.छह महीने विश्राम करें पूर्व विधायक, हर लंबित योजना व रुका विकास कार्य होगा
श्रीमती सिंह ने कहा कि पूर्व विधायक के लिए बोकारो एक मौका था. लेकिन, उन्होंने उसे व्यक्तिगत लाभ की प्रयोगशाला बना दिया. उन्हें विधायक बने केवल छह महीने हुए हैं. पूर्व विधायक से आग्रह है छह महीने और विश्राम करें बोकारो की हर लंबित योजना, हर रुके हुए विकास कार्य को पूरा करायेंगी. बोकारो हवाई अड्डे का संचालन भी शुरू करवा देंगी और जब उसका उद्घाटन होगा, तो उनको ससम्मान आमंत्रित करेंगी. पूर्व विधायक केवल शांति से घर बैठे और जनता को गुमराह करने की कोशिश बंद करें. श्रीमती सिंह ने दिल्ली प्रवास के दौरान केंद्रीय भारी उद्योग व इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी से बिंदुवार लंबित समस्याओं में सार्थक वार्ता की जानकारी भी दी.
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