चंदनकियारी, चंदनकियारी के सीएचसी परिसर में छह दिनों से स्वास्थ्य विभाग के आउटसोर्स कंपनी राइडर के कर्मचारी हड़ताल पर हैं. बावजूद ना तो स्थानीय विधायक और ना ही स्वास्थ्य विभाग के कसी कर्मचारी या पदाधिकारी ने हड़ताली कर्मियों की सुध ली. ये बातें सोमवार को पूर्व नेता प्रतिपक्ष व पूर्व विधायक अमर कुमार बाउरी ने हड़ताल कर रहे आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मियों के बीच कही. श्री बाउरी ने राइडर कंपनी, स्थानीय प्रशासन, विधायक व स्वास्थ्य विभाग के मंत्री सभी से अपील की कि दो दिनों के अंदर हड़ताल समाप्त करवाए और उनकी सभी मांगें पूर्ण करें. यदि दो दिनों के अंदर ऐसा नहीं होता है तो भारतीय जनता पार्टी सदन से लेकर सड़क तक आवाज उठायेगी.
श्री बाउरी ने कर्मियों की मांगों का समर्थन करते हुए धरना दिया. कहा कि कर्मचारियों की मांग है कि उनके बकाया वेतन का भुगतान अविलंब किया जाए. उन्हें इएसआइ, पीएफ की सुविधा भी दी जाये. कहा कि आज झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था आइसीयू में है और विभाग के मंत्री काम से ज्यादा मीडिया में अपने बयानों से बने रहने की कोशिश करते हैं. रिम्स सहित राज्य के कई बड़े स्वास्थ्य संस्था की व्यवस्था चरमराई हुई है.जिप सदस्य ने मुख्य सचिव को लिखा पत्र
कसमार, कसमार के जिप सदस्य अमरदीप महाराज ने झारखंड सरकार के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कसमार सीएचसी समेत पूरे बोकारो जिले में हड़ताल पर बैठे आउटसोर्सिंग स्वास्थ्य कर्मियों को न्याय दिलाने एवं अपमानित करने वाले चिकित्सा प्रभारी पर कार्रवाई की मांग की है. पत्र में कहा है कि चिकित्सा विभाग बोकारो जिला में कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मियों का वेतन भुगतान सभी नाै प्रखंडों में पिछले आठ माह से नहीं हुआ है. साथ ही वर्ष 2019 से इन कर्मियों को इपीएफ, इएसआइसी एवं बीडीए राशि की सुविधा नहीं दी जा रही है. राइडर सिक्युरिटी सर्विस लिमिटेड रांची द्वारा बोकारो जिला के कसमार सहित सभी नौ प्रखंडों में क्रमवार कैटेगरी के अनुसार राशि नौ हजार से 13 हजार मासिक मूल वेतन दिया जा रहा है. जबकि श्रम नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग के आदेशानुसार अकुशल कर्मियों से लेकर अतिकुशल कर्मियों को राशि 12,708 रुपये से 20,273 रुपये तक मासिक वेतन भुगतान किया जाना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है