बोकारो, केंद्र सरकार के वीबी-जी राम जी कानून के खिलाफ झारखंड मुक्ति मोर्चा बोकारो ने शनिवार को उपायुक्त कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया. नेतृत्व जिलाध्यक्ष रतनलाल मांझी ने किया. जिलाध्यक्ष श्री मांझी ने कहा कि केंद्र सरकार ने वीबी-जी राम जी कानून लाकर झारखंड प्रदेश की जनता की भावनाओं के साथ क्रूर मजाक किया है. मनरेगा कानून में बदलाव जनभावना के साथ खिलवाड़ है. झारखंड के ग्रामीण क्षेत्र में मनरेगा के माध्यम से विकास कार्य होते हैं, जिससे गरीब को सीधा लाभ मिलता है. लेकिन, केंद्र सरकार मनमानी करते हुए जनविरोधी कानून थोप रही है. यदि इस कानून की समीक्षा कर इसे वापस नहीं लिया गया, तो झामुमो उग्र लोकतांत्रिक आंदोलन को विवश होगी.
लोकतांत्रिक मूल्यों के विपरीत है नया कानून
बोकारो महानगर अध्यक्ष मंटू यादव ने कहा कि यह कानून आम जनता के हितों और संवैधानिक अधिकारों का सीधा उल्लंघन है. झारखंड की विशिष्ट भौगोलिक व सामाजिक परिस्थितियों को देखते हुए यह विनाशकारी है. यह स्वीकार करने योग्य नहीं है. जन भावना व क्षेत्रीय परिस्थितियों का ध्यान रखा जाये. गरीबों के हक व मनरेगा जैसी योजनाओं के अधिकारों को सुरक्षित रखा जाये. संचालन जिला सचिव मुकेश महतो ने किया.ये हुए शामिल
धरना प्रदर्शन में केंद्रीय सदस्य हीरालाल मांझी, बीके चौधरी, जयनारायण महतो, मनोहर मुर्मू, अशोक मुर्मू, इकबाल अंसारी, मोहन मुर्मू, फिरदौस अंसारी, घूनु हांसदा, रामदयाल सिंह, फैयाज आलम, पंकज मरांडी, दिलीप हेंब्रम, कृष्णा महतो, लूधू मांझी, रंजीत महतो, गणेश श्रीवास्तव, सुभाष महतो, सुनील टुडू, सोनाराम हेंब्रम, नैयर जमाल, प्रमोद तापड़िया, भागीरथ शर्मा, पंकज जयसवाल, भोलू खान, मिथुन मंडल, आलोक सिंह, कन्हैया सिंह व अन्य शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

