बोकारो, डीएवी सेक्टर चार में शनिवार को कला व शिल्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. प्रदर्शनी की शुरुआत मुख्य अतिथि बीसएसल के अधिशासी निदेशक-ऑपरेशंस अनूप कुमार दत्ता सहित चिन्मय विद्यालय के प्राचार्य सूरज शर्मा, जीजीपीएस बोकारो के प्राचार्य अभिषेक कुमार, डीएवी चार के प्राचार्य एसके मिश्र ने की. मुख्य अतिथि श्री दत्ता ने कहा कि कला शिक्षा बच्चे के व्यक्तित्व निर्माण का महत्वपूर्ण हिस्सा है. ऐसे आयोजनों से छात्रों में रचनात्मक सोच, आत्मविश्वास और अभिव्यक्ति कौशल विकसित होता है. श्री दत्ता सहित अन्य आगत अतिथियों ने प्रदर्शनी का भ्रमण किया. बच्चों के सूक्ष्म दृष्टि व कला कौशल की प्रशंसा की.
रचनात्मक क्षमताओं को विकसित करने का अवसर : प्राचार्य
प्राचार्य एसके मिश्र ने कहा कि आने वाले समय में कला, विज्ञान और साहित्य से जुड़े ऐसे और भी आयोजनों को विद्यालय में निरंतर बढ़ावा दिया जायेगा, ताकि छात्र पढ़ाई के साथ अपनी रचनात्मक क्षमता को विकसित कर सकें. प्राचार्य श्री मिश्र ने श्री दत्ता को सम्मानित किया.
आकर्षण का केंद्र और कौतूहल का विषय रहे छात्रों की बेजोड़ कला व आकर्षक शिल्प
प्रदर्शनी में कक्षा पांच से 11 तक के लगभग 1000 छात्रों ने अपनी-अपनी कलात्मक कृतियों को प्रदर्शित किया. जिसने अतिथियों के साथ अभिभावकों व कला-प्रेमियों का मन मोह लिया. बच्चों द्वारा निर्मित सौंदर्य, साज-सज्जा व उत्कृष्ट कलाकृति के प्रतीक बने हैंडमेड शिल्प के नमूने सभी आगंतुकों के विशेष आकर्षण का केंद्र और कौतूहल का विषय रहे. कला विभाग के शिक्षकों ने बताया कि बच्चों ने कई सप्ताह के अभ्यास, मेहनत और समर्पण से इन कलाकृतियों को तैयार किया है. प्रत्येक कृति के साथ उसका विषय, तकनीक और उसमें निहित भावों की विस्तृत अभिव्यक्ति की जानकारी भी दी गयी थी. अभिभावकों ने विद्यालय की इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा किक ऐसे आयोजन बच्चों को अपनी छिपी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान करते हैं.
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