बोकारो, सीटू बोकारो जिले ने मंगलवार को उपश्रमायुक्त कार्यालय के सामने धरना दिया. चार श्रम संहिता कानून का विरोध किया. जिलाध्यक्ष आरके गोराईं ने कहा कि केंद्र सरकार चार श्रम संहिता को मजदूर समर्थक व आधुनिकीकरण के रूप में प्रस्तुत कर रही है, जबकि यह मजदूर के अधिकार का आक्रामक हनन हैं. इसका मकसद कॉर्पोरेट का शोषण, ठेकेदारी व अनियंत्रित नियुक्ति-बर्खास्तगी को सुविधाजनक बनाना है. श्री गोराईं ने कहा कि सरकार ने ट्रेड यूनियन की ओर से उठाई गयी हर बड़ी आपत्ति को नजरअंदाज किया गया. विपक्ष की उपस्थिति के बिना ही इन संहिताओं को संसद में पारित कर दिया गया, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया का मखौल उड़ा है. मजदूर वर्ग से आह्वान किया कि जुझारू एकजुट संघर्ष के माध्यम से ऐसी जनविरोधी कदमों का डटकर विरोध करे. वक्ताओं ने कहा कि मजदूर वर्ग पहले भी मजदूर विरोधी नीतियों से लड़कर जीत हासिल किया है. आगे भी मजदूरों की ही जीत होगी. उपश्रमायुक्त , बोकारो के जरिये राज्य के श्रममंत्री के नाम 13 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया. मौके पर आरएन सिंह, इश्तियाक अंसारी, राजीव तिवारी, सत्यनारायण महतो, शांति भारत, राम सागर दास, बीपी सिंह, मनौव्वर हुसैन व अन्य मौजूद थे.
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