केंद्र सरकार द्वारा 29 पुराने श्रम कानूनों को खत्म कर चार नये लेबर कोड लागू किये जाने की एटक ने निंदा की है. एटक के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष लखनलाल महतो ने बयान जारी कर कहा कि मजदूरों ने जो हासिल किया था, आज उसे एक झटके में खत्म कर दिया गया. यह निर्णय मजदूरों को मिले अधिकारों पर कुठाराघात है. मजदूर संगठन इसका पुरजोर विरोध करेंगे. मालूम हो कि केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कोड ऑन वेजेज 2019, इंडस्ट्रियल रिलेशन कोड 2020, सोशल सिक्योरिटी कोड 2020 और ऑक्यूपेशनल सेफ्टी हेल्थ एंड वर्किंग कंडीशंस कोड 2020 को लागू किया है.
जरीडीह मोड़ में एटक और किसान सभा का धरना 26 को
एटक कार्यालय जारंगडीह में शुक्रवार को एटक और किसान सभा की संयुक्त बैठक हुई. अध्यक्षता सीएस झा ने की. वक्ताओं ने कहा कि संविधान आज खतरे में है. संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए जनवादी शक्तियों के अलावे किसानों-मजदूरों का संयुक्त धरना जरीडीह मोड़ में 26 नवंबर को होगा. बैठक में एटक नेता लखन लाल महतो, सुजीत कुमार घोष, गणेश प्रसाद महतो, नवीन कुमार विश्वकर्मा, देवाशीष रजवार, रामेश्वर गोप, बिनोद कुमार झा, खुबाली मंडल, विक्रम कुमार आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

