12.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Bokaro News : सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बना नहीं, जहां-तहां फेंका जा रहा कचरा

Bokaro News : फुसरो नगर परिषद की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निर्माण नहीं हो सका है.

फुसरो नगर परिषद की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निर्माण नहीं हो सका है. इसके कारण फुसरो शहर के घरों, गली, मोहल्लों, सड़कों व दुकानों से निकलने वाले कचरे को जहां-तहां डंप यार्ड बना कर फेंका जा रहा है. फुसरो नगर परिषद के अधीन कार्यरत एजेंसी फुसरो वेस्ट मैनेजमेंट साढ़े तीन सालों से डोर टू डोर कचरा उठाव का कार्य कर रही है. इस कचरे को अमलो गोल पहाड़ी स्थित चार नंबर पीपल धौड़ा के समीप खाली जमीन और पुराना बीडीओ ऑफिस स्थित रेलवे लाइन किनारे कचरे को डंप किया जा रहा है. बाद में इस कचरे को रानीबाग फुसरो में कांटा करा कर पुन: चार नंबर पीपल धौड़ा के समीप खाली जमीन में फेंक दिया जाता है. गीला व सूखा कचरा अलग-अलग रखना है. लेकिन सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निर्माण नहीं होने से यह मिक्स हो जा रहा है. इसके कारण कचरे से दुर्गंध आता है. स्थानीय लोगों के साथ-साथ राहगीरों को परेशानी हो रही है. बीमारियों का खतरा भी है.

3.50 करोड़ से बनना है, डेढ़ साल से बंद है काम

फुसरो शहर के मकोली एसबीआइ के पीछे लगभग आठ एकड़ भूमि पर 3.50 करोड़ रुपये की लागत से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निर्माण होना है. योजना का शिलान्यास 15 नवंबर 2019 में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ऑनलाइन किया था. इसके बाद प्लांट निर्माण के लिए फुसरो वेस्ट मैनेजमेंट की ओर से डेढ़ वर्ष पूर्व चहारदीवारी का निर्माण किया जा चुका है. इसके बाद उक्त जमीन को वन विभाग ने अपना बताते हुए काम बंद करा दिया है. फुसरो नगर परिषद के प्रयास के बावजूद अभी तक प्लांट निर्माण कार्य चालू करने के लिए वन विभाग से स्वीकृति नहीं मिली है. राज्य शहरी विकास अभिकरण के तत्कालीन निदेशक अमित कुमार ने दस मार्च को योजना स्थल का निरीक्षण किया था. फुसरो नप के अधिकारियों ने बताया था कि यह जमीन सीसीएल से फुसरो नप से प्राप्त है. निदेशक ने बोकारो डीएफओ से बात कर पुन: स्थल की जांच करने का निर्देश देते हुए अड़चन दूर करने को कहा था.

साढ़े तीन साल से हो रहा है डोर टू डोर कचरा उठाव

फुसरो वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी साढ़े तीन साल से वार्डों में डोर टू डोर कचरा उठाव का कार्य कर रही है. इसके लिए फुसरो नप की ओर से एजेंसी को वाहन सहित अन्य संसाधन उपलब्ध कराये गये है. एजेंसी के अधीन 76 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं. फुसरो नप को सभी घरों में दस लीटर का डस्टबिन देना है. लेकिन डस्टबिन नहीं दिये जाने के कारण लोग अपनी सुविधा के अनुसार कचरे को जमा रखते हैं. कंपनी का वाहन आने पर कचरा उसमें डालते हैं. डोर टू डोर कचरा उठाव के लिए हर घर से प्रति माह 30 रुपया यूजर चार्ज लिया जाना है. कंपनी को रोजाना 33 टन कचरे का उठाव करना है. फिलहाल रोजाना 28 से 29 टन कचरे का उठाव किया जाता है.

प्लांट निर्माण को लेकर मुख्य सचिव से हुई है बात : प्रशासक

फुसरो नप के प्रशासक राजीव रंजन ने कहा कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निर्माण वन विभाग के कारण नहीं हो पा रहा है. राज्य के मुख्य सचिव के साथ ऑनलाइन मीटिंग हुई थी. इसमें उन्होंने मकोली में ही प्लांट निर्माण के लिए सीए लैंड या दूसरी खाली जमीन चिह्नित करने का निर्देश जिले के अंचलाधिकारियों को दिया है. जमीन मिलते ही प्लांट निर्माण के दिशा में आगे की कार्रवाई की जायेगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel