रांची: एम्स झारखंड के बनने से पहले ही विवाद शुरू हो गया है. राज्य सरकार के दो मंत्रियों के इस मामले पर अलग-अलग बयान हैं. स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र सिंह व खाद्य आपूर्ति मंत्री लोबिन हेंब्रोंम अपने-अपने हिसाब से एम्स निर्माण के लिए जगह बता रहे हैं.
गौरतलब है कि केंद्र की पहल पर विभिन्न राज्यों में एम्स (दिल्ली) की तर्ज पर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनाया जाना है. इसके लिए केंद्र ने झारखंड सहित विभिन्न राज्य सरकारों को चिट्ठी लिख कर अस्पताल के लिए जमीन उपलब्ध कराने को कहा है. झारखंड में अस्पताल के लिए बोकारो में जमीन चिह्न्ति की जा रही है.
स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र सिंह ने कहा है कि बोकारो में एम्स झारखंड का निर्माण कराया जायेगा. इधर, गुरुवार को खाद्य आपूर्ति मंत्री लोबिन हेंब्रोंम ने कैबिनेट की बैठक के तुरंत बाद प्रेस कांफ्रेंस कर कहा है कि एम्स बोकारो में नहीं, बल्कि उप राजधानी दुमका में बनाया जाना चाहिए. इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री से अपनी बात कही है. वहीं अगली कैबिनेट में भी इस पर चर्चा की जायेगी.
बोकारो में जमीन की तलाश
एम्स के लिए बोकारो में जमीन की तलाश हो रही है. एसडीओ चास श्याम नारायण राम के अनुसार, जिला मुख्यालय से 27 किमी दूर चंदनकियारी के मुक्तापुर गांव में 47 एकड़ गैर मजरूआ जमीन चिह्न्ति की गयी है. हालांकि इसके लिए करीब 200 एकड़ जमीन की जरूरत पड़ेगी.
अब कौन क्या बोल रहा है. इस पर हम कुछ नहीं बोलेंगे. पर जहां हमने कहा है, वहां एम्स बनवायेंगे.
राजेंद्र सिंह, स्वास्थ्य मंत्री