महुआ : झाड़-फूंक के नाम पर ढोंगी साधु बाबा ने एक परिवार के चार सदस्यों को नशीला पदार्थ खिला कर उन्हें बेहोश कर दिया फिर रात्रि में घर का सारा सामना लेकर चंपत हो गये. विज्ञान के नित्य नये अविष्कारों के बीच आज भी अंधविश्वास के चक्कर में पकड़कर भोले-भाले ग्रामीण अपना सबकुछ लुटा बैठते हैं. ऐसा ही एक मामला महुआ अनुमंडल के तालसेहान में बीते दिनों घटित हुई. तालसेहान निवासी स्व जागेश्वर भगत के परिवार के लोग अक्सर बीमार रहते थे.
अचानक एक दिन एक ढोंगी साधु बाबा ने इसे झाड़ फूंक एवं पूजा से ठीक करने का आश्वासन पीड़ित परिवार के लोगों को दिया. साधु बाबा पहले दो की संख्या में स्व भगत के घर पहुंचे. बाद में छः बाबा और पहुंचे फिर सभी साधु बाबा ने मिल कर प्रसाद के लिए खीर बनायी और पूजा कर घरवालों को प्रसाद के रूप में खीर खिलायी. बाबा ने घरवालों को कहा कि हम सभी रात्रि में यहीं बरामदे में विश्राम करेंगे. सुबह चलें जायेंगे. रात्रि में सभी घर वाले सोने गये,
लेकिन वे बेहोश हो गए. साधु बाबाओं ने जब देखा कि घर के सभी लोग बेहोश हो गये तो सभी घर का सारा सामान लेकर चंपत हो गये. सुबह होने पर पड़ोसियों एवं गांव वालों ने सिहाड़ी देवी पति स्व जागेश्वर भगत उम्र 60 वर्ष, राजकुमारी देवी पिता स्व जागेश्वर भगत उम्र 27 वर्ष, लक्ष्मण कुमार पिता स्व जागेश्वर भगत उम्र 22 वर्ष तथा रामप्रवेश कुमार पिता स्व जागेश्वर भगत उम्र 19 वर्ष को बेहोशावस्था में अनुमंडल अस्पताल महुआ में भरती कराया.
जहां इलाज के बाद चारों सदस्य होश में आये. घटना की सूचना देते हुए रालोसपा चेहराकला प्रखंड अध्यक्ष नितेश कुमार ने बताया कि सभी सदस्य अब ठीक है. उधर अनुमंडल अस्पताल उपाधीक्षक अभय प्रसाद ने बताया कि चारों को इलाज के बाद घर भेज दिया गया है. भूत प्रेम एवं झाड़ फूंक के नाम पर अब भी भोले-भाले ग्रामीण अंधविश्वास के चक्कर में पड़ कर अपना सबकुछ खो बैठते हैं. इसलिए ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को ऐसे ढोंगी बाबा से सावधान रहने की जरूरत है.