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पांच करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ बाधित
हाजीपुर : केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ श्रमिक संगठनों की ओर से राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल का जिले में व्यापक असर रहा. हड़ताल के कारण केंद्र एवं राज्य सरकार के कार्यालयों में कामकाज ठप रहा. ट्रेड यूनियनों एवं सरकारी कर्मचारियों के संगठनों ने रैली, सभा और धरना प्रदर्शन के जरिए सरकार की नीतियों […]
हाजीपुर : केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ श्रमिक संगठनों की ओर से राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल का जिले में व्यापक असर रहा. हड़ताल के कारण केंद्र एवं राज्य सरकार के कार्यालयों में कामकाज ठप रहा. ट्रेड यूनियनों एवं सरकारी कर्मचारियों के संगठनों ने रैली, सभा और धरना प्रदर्शन के जरिए सरकार की नीतियों का विरोध किया. बैंक, डाकघर, समाहरणालय और प्रखंड कार्यालयों में कोई काम नहीं हो सका. सदर अस्पताल में इमरजेंसी सेवाओं को छोड़ बाकी काम बंद रहे. ओपीडी बंद रहने के कारण इलाज के लिए आने वाले मरीजों को लौटना पड़ा.
श्रम संगठन मंच ने निकाला जुलूस : आम हड़ताल को सफल बनाने के लिए श्रम संगठन मंच की जिला इकाई के बैनर तले स्थानीय अक्षयवट राय स्टेडियम से जुलूस निकाला गया.
जुलूस के बाद सभा की गयी. सभा में एक्टू के राज्य सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह, इंटक के जिलाध्यक्ष गौतम कुमार, एआइयूटीयूसी के इंद्रदेव राय, एटक के अमृत गिरि, सीटू के राज नारायण सिंह आदि ने अपने विचार प्रकट करते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला.
कर्मचारियों ने की रैली, दफ्तरों को कराया बंद : हड़ताल के समर्थन में बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की जिला शाखा के बैनर तले कर्मचारियों ने विभिन्न सरकारी कार्यालयों का कामकाज बंद कराया. समाहरणालय परिसर में रैली की गयी. अध्यक्षता महेंद्र प्रसाद ने की. महासंघ के जिला दिलीप कुमार साह,सम्मानित अध्यक्ष शंकर कुमार गुप्ता, अनुसचिवीय कर्मचारी संघ के जिला मंत्री महेश्वर राय, महमूद आलम, विनय कुमार श्रीवास्तव, सुधीर कुमार पोद्दार, संजीव कुमार, विधान कुमार राय, राजेश रंजन आदि नेताओं ने रैली को संबोधित करते हुए हड़ताल को ऐतिहासिक बताया. बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की जिला शाखा ने सदर अस्पताल परिसर में जुलूस निकाला.
राधा सिन्हा, कुमारी आशा, राकेश कुमार सिंह, मुन्नी देवी, मनोज कुमार, अशोक कुमार, जय शंकर प्रसाद, अजय कुमार रोशन, सुरेंद्र राय समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने इसमें हिस्सा लिया. संघ एवं महासंघ के नेताओ ने नयी पेंशन नीति समाप्त करने, ठेका व अनुबंध पर नियुक्त कर्मियों की सेवा नियमित करने की मांग की.
बैंकों में लटके रहे ताले, करोड़ों का कारोबार बाधित : 12 सूत्री मांगों को लेकर की गयी हड़ताल में बैंककर्मियों ने भी सक्रिय भागीदारी निभायी. सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंकों में कामकाज बंद रहा. बैंक कर्मियों ने शहर के राजेंद्र चौक स्थित बैंक ऑफ इंडिया के समक्ष प्रदर्शन किया.
बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन के विश्वनाथ सिंह, सुभाष चंद्र बोस, विनय किशोर सिंह, प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव, राम विनय राय, राज कपूर, अभिनंदिता, अनिल कुमार सिंह, कन्हैया लाल सिंह आदि ने हड़ताल में सक्रिय भूमिका निभायी. यूनियन के नेताओं ने कहा कि बैंकों में हड़ताल के कारण 10 लाख से ज्यादा खाताधारकों का काम बाधित हुआ तथा पांच करोड़ से ज्यादा नकद लेन-देन का कार्य ठप रहा.
दूरसंचार कर्मियों ने कार्यालय का काम बंद कराया : बीएसएनएल इंप्लाइज यूनियन के बैनर तले दूरसंचार कर्मचारियों ने नगर के रामअशीष चौक स्थित बीएसएनएल कार्यालय का काम ठप कर दिया. कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करते हुए कर्मियों ने सरकार की नीतियों को कारपोरेट परस्त और कर्मचारी विरोधी बताया.
यूनियन के जिला सचिव जनक राय, एनएफटीओ के जिला सचिव अवधेश नारायण सिंह, नागेंद्र भक्ता आदि ने प्रदर्शन का नेतृत्व किया.
किसान संगठनों ने किया प्रदर्शन : मजदूरों की हड़ताल के समर्थन में विभिन्न किसान संगठनों ने जिला मुख्यालय में जुलूस निकाला और प्रदर्शन किया. अखिल भारतीय किसान महासभा की जिला इकाई के बैनर तले संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विशेश्वर प्रसाद यादव के नेतृत्व में जुलूस निकाला गया. सीटू और बिहार राज्य किसान सभा, खेतिहर मजदूर यूनियन, जनवादी नौजवान सभा एवं एसएफआइ ने संयुक्त रूप से प्रदर्शन किया. अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा सीपीआइ ने भी प्रदर्शन किया. बिहार प्रदेश मजदूर कल्याण संघ ने भी जुलूस निकाला. खेमस के दीनबंधु प्रसाद, रामबाबू भगत, विश्वनाथ विप्लवी, फुलेश्वरी देवी, अशोक ठाकुर, राजेंद्र पटेल, विजय महाराज, राम जी राम, देवेंद्र कुमार आदि नेताओं ने जुलूस प्रदर्शनों का नेतृत्व किया.
भगवानपुर. प्रखंड क्षेत्र के सभी बैंक एवं पोस्ट आफिसों के सामूहिक हड़ताल पर रहने के कारण ग्राहकों को कठिनाइयों का सामाना करना पड़ा. ग्राहक समय से बैंक पहुंच गये, लेकिन हड़ताल की जानकारी होते ही ग्राहक मायूस होकर लौट गये. क्षेत्र के एटीएम में भी पैसा नहीं रहने के कारण ग्राहक इधर-उधर भटकते रहे. लालगंज सदर संवाददाता के अनुसार ट्रेड यूनियन द्वारा घोषित भारत बंद का लालगंज में असर देखा गया. भारतीय स्टेट बैंक को छोड़ कर सभी बैंक बंद रहे. जिससे स्थानीय कारोबार पर व्यापक असर पड़ा.
इसके समर्थन में प्रखंड क्षेत्र की सैकड़ों आशा ने अपनी बारह सूत्री मांगों को रखते हुए रेफरल अस्पताल परिसर में धरना दिया. कार्यक्रम का नेतृत्व कर रही निर्मला सिंह ने कहा कि सरकार हमलोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. धरना का नेतृत्व संगठन की संयुक्त मंत्री निर्मला सिंह ने किया. इस असवर पर रीना देवी,अनीता देवी,रेखा देवी,ममता कुमारी,अनीता कुमारी,मंजू देवी,शारदा देवी,पूनम सिन्हा,अंजू कुमारी आदि आशा शामिल थीं.
डाकघरों में भी रही बंदी
हड़ताल में डाककर्मियों ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. डाक कर्मचारी संघ, पोस्ट मैन एवं एमटीएस, ग्रामीण डाक सेवक संघ के तत्वावधान में डाक कर्मियों ने धरना प्रदर्शन किया. अपनी एकजुटता प्रदर्शित करते हुए डाक कर्मियों ने प्रधान डाकघर समेत जिले के 31 अवर डाकघरों एवं 256 शाखा डाकघरों का कामकाज बंद रखा. डाकपाल विवेकानंद शर्मा, दुर्गेश कुमार सिंह, राघवेंद्र कुमार, मणिकांत सिंह समेत अन्य नेताओं ने कर्मियों को संबोधित किया.
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