बहन-भाई के प्रेम का पर्व रक्षाबंधन आज
हाजीपुर : रक्षा बंधन का त्योहार भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है. भारतीय संस्कृति में इस त्योहार का विशेष महत्व है. अाध्यात्मिक व सांसारिक जीवन की विसंगतियों को दूर करने का संदेश तो देता ही है, सामाजिक और राष्ट्रीय स्तर पर बंधुत्व की भावना को जागृत करता है.संस्कृति का यह अनुपम त्योहार है, जिसमें भाई बहन की रक्षा का संकल्प लेता है.
जम कर हो रही तैयारी : सावन पूर्णिमा को मनाये जाने वाले इस त्योहार की तैयारी जम कर की गयी है. बहन और भाई इसे यादगार बनाने में जुटे हैं. बाजार में रंग-बिरंगी और आकर्षक राखियों की दुकानें सज गयी हैं. मिष्ठान और उपहार की बिक्री के लिए दुकानदारों ने विशेष तैयारी की है.
आधुनिकता का नहीं है कोई असर : रक्षाबंधन आपसी प्रेम और भाईचारा का संदेश देता है. यही एक ऐसा त्योहार है जिस पर आधुनिकता हावी नहीं हो पायी है. विद्वानों का मानना है कि प्राचीन काल से आज तक त्योहार को वही गरिमा और सम्मान प्राप्त है. हालांकि इसके निर्माण में अंतर अवश्य आया है, लेकिन वो भी भाई बहन के प्यार का संदेश देता है. हाल के वर्षों में कुछ सामाजिक संगठनों ने सामूहिक रूप से इसका आयोजन शुरू किया है, जो एक अच्छी पहल है.
रंग-बिरंगी व कार्टून राखियों की धूम : बाजारों में रंग-बिरंगी एवं कार्टून राखियों की धूम मची है. आधुनिक एवं पारंपरिक रूप से बनी राखियों को लोग अधिक पसंद कर रहे हैं. कार्टून पर आधारित राखियां छोटी बहनों और भाइयों विशेष रूप से आकर्षित करती है. छोटा भीम, टार्जन, गणेशा, कालिया कार्टूनों के अलावा मोर पंख स्पंज, चांदी के तारों एवं स्टोन से बनी राखी पसंद की जा रही हैं. रेशम के धागों से तैयार पारंपरिक राखी की धूम है.
महंगाई का असर, उत्साह में कमी नहीं : राखी बाजार पर महंगाई का असर तो है, लेकिन बहनों के उत्साह में कोई कमी नहीं है. पिछले वर्ष की अपेक्षा 25 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी है. खुशी, स्नेहा, अंकित, बबलु, पाखी आदि बहन-भाई ने कहा कि इस त्योहार के लिए गुल्लक में पैसा जमा किया है. भाई बहन की पसंद के अनुसार और बहन भाई की पसंद के अनुसार खरीदारी कर रही है. मिठाई और उपहारों की कीमतों में भी 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
सिंथेटिक मिठाई से सचेत रहें ग्राहक : त्योहारो को लेकर बाजारों में सिंथेटिक मिठाई की आवक हुई है, जिससे बचने की सलाह दी गयी है. कृत्रिम व रासायनिक मिठाई से स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है.
जानकारों का मानना है कि त्योहारों के समय जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण नकली और रासायनिक मिठाई की बिक्री होती है. इस पर विशेष निगरानी की आवश्यकता है. स्टेशन चौक स्थित सुधा केंद्र के संचालक मनीष कहते हैं विश्वसनीय दुकानों से ही मिठाई खरीदनी चाहिए.