हाजीपुर : वैशाली थाने में पदस्थापित दारोगा अशोक कुमार यादव की शुक्रवार की रात अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी. शनिवार की सुबह दारोगा का शव हाजीपुर सदर थाना क्षेत्र के मनुआ चौर से पाया गया. आशंका है कि अपराधियों ने दारोगा को उनकी ही सर्विस रिवाल्वर छीन कर काफी नजदीक से तीन गोली मारी है.
गोली उनके पेट और सीने में लगी है. गोली मारने के बाद अपराधी उनकी सर्विस रिवाल्वर भी लूट ले गये. हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है. इस बीच तिरहुत रेंज के आइजी पारसनाथ ने हाजीपुर पुलिस लाइन पहुंच कर एसपी राकेश कुमार से सारे घटनाक्रम की जानकारी ली.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि दारोगा अशोक कुमार यादव तीन दिनों पूर्व 6 जनवरी को छुट्टी पर अपने घर बक्सर गये थे और घर से लौटने के क्रम में यह घटना घटी है. बताया गया है कि दारोगा करीब ढाई बजे अपने घर से चले थे और पटना पहुंचने तक घर से फोन पर बात भी हुई थी. पटना से उन्हे पहले हाजीपुर पुलिस लाइन आना था.
और फिर यहां से वैशाली जाना था. घटना कहां और कैसे हुई इसका खुलासा नहीं हो सका है. एसपी राकेश कुमार ने कहा कि पुलिस सारे बिंदु पर छानबीन शुरू कर दी है. बताया गया है कि अशोक वैशाली थाने में 8 जुलाई 2013 को ज्वाइन किया था. उनकी रिटायरमेंट भी इसी साल में होने वाली थी. घटना के बाद सदर थाने की पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा कर पुलिस लाइन ले गयी शेष पेज 15 पर
वैशाली के दारोगा…
जहां एसपी सहित अन्य अघिकारियों ने पुष्पांजलि अर्पित की. सूचना पर दारोगा के बड़े भाई शिक्षक नंद किशोर सिंह और एक भतीजा हाजीपुर पहुंच गये हैं. बड़े भाई के बयान पर घटना की प्राथमिकी दर्ज की गयी है. दारोगा की पत्नी रेखा देवी के अलावा दोनों पुत्री प्रियंका और संध्या घर पर ही है, जबकि एक मात्र इंजीनियर पुत्र अजीत अभी बाहर हैं. शव को दारोगा के पैत्रिक गांव बक्सर के धनसोई भेजने की तैयारी है.