हाजीपुर : बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के आह्वान पर वैशाली केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के बैनर तले मंगलवार से जिले के सभी थोक व खुदरा दवा दुकानदार तीन दिनों तक हड़ताल पर बंद रहेंगे. सरकार की नीतियों व अपनी सात सूत्री मांगों के समर्थन में सभी थोक व खुदरा दुकानदार 22, 23 व 24 जनवरी को अपनी दुकानें बंद कर विरोध जतायेंगे.
बंदी में सामान्य के साथ इमरजेंसी दवाओं को भी शामिल किया गया है. साथ ही एसोसिएशन ने चेतावनी भी दी है कि अगर तीन दिनों की इस बंदी के बावजूद अगर सरकार की उनकी मांगों पर उचित निर्णय नहीं करती है, तो आंदोलन के अगले चरण में वे सभी अनिश्चितकालीन बंदी पर चले जायेंगे.
एसोसिएशन के सदस्यों का आरोप है कि राज्य के थोक व खुदरा दुकानों को फार्मासिस्ट की उपलब्धता एवं तकनीकी गलती के नाम पर विभागीय पदाधिकारी उनका उत्पीड़न एवं शोषण करते हैं. एसोसिएशन की ओर से सरकार व विभाग का ध्यान कई बार इस ओर दिलाया जा चुका है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
सरकार व विभाग की नीतियों का खामियाजा दवा दुकानों को उठाना पड़ रहा है. इन्हीं नीतियों के विरोध में जिले के लगभग दस हजार थोक व खुदरा दुकानदार बुधवार से तीन दिनों की हड़ताल पर रहेंगे.
एसोसिएशन की ये हैं प्रमुख मांगें
फार्मासिस्ट समस्या का जब तक सरकार के द्वारा समाधान नहीं हो जाता है, तब तक विभाग द्वारा जारी किये गये सभी लाइसेंसधारी के साथ निरीक्षण के दौरान इस नियम की आड़ में विभागीय उत्पीड़न एवं शोषण को बंद किया जाये साथ ही सभी विभागीय कार्रवाई पर राहत देने.
दवा दुकानों में निरीक्षण ड्रग एक्ट में परिभाषित फार्मेंट (फॉर्म-35) के अनुसार ही होना चाहिए.
निरीक्षण के लिए जारी किये गये विभागीय ज्ञापांक 262 (15), दिनांक 29 मार्च 2019 को अविलंब निरस्त किया जाये.
निरीक्षण के क्रम में पायी गयी तकनीकी गलतियों पर दंडित करने के पहले उसे सुधार के लिए उचित समय दिया जाये.
राज्य की दवा दुकानों में विभागीय निरीक्षण में एकरूपता एवं पारदर्शिता के लिए विभाग की ओर से एक दिशा-निर्देश जारी किया जाये, जिसकी पूरी जानकारी राज्य के केमिस्टों को हो.
लाइसेंस के नवीकरण में केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के आलोक में राज्य औषधी नियंत्रक द्वारा चालान जमा करने में एक स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किया जाये.
विभागीय निरीक्षण का उद्देश्य सुधार करने का होना चाहिए, न कि उसके नाम पर उत्पीड़न एवं शोषण किया जाये.
बोले पदाधिकारी
जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में जीवन रक्षक आवश्यक दवाएं उपलब्ध हैं. सदर अस्पताल समेत अनुमंडल, रेफरल, सीएचसी व पीएचसी में इलाज की बेहतर व्यवस्था उपलब्ध है. आवश्यक दवाएं भी पर्याप्त मात्रा में है. इलाज को आने वाले रोगियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के साथ-साथ दवाएं भी उपलब्ध करायी जा रही हैं.
डॉ इंद्रदेव रंजन, सिविल सर्जन, वैशाली
दुकान खोलने पर लगेगा पांच हजार रुपये का जुर्माना
सरकार व विभाग की नीतियों के विरोध में जिले की सभी थोक व खुदरा दवा दुकानें 22, 23 व 24 जनवरी को बंद रहेगी. बंद में इमरजेंसी सेवा भी शामिल रहेगी. अगर कोई दुकानदार बंदी के दौरान चोरी-छिपे दुकान खोलते हैं, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी साथ ही तो एसोसिएशन की ओर से पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया जायेगा.
बंदी को सफल बनाने के लिए एसोसिएशन पूरी तरह से एकजुट है. वहीं केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन के सचीव राजेश कुमार गुप्ता ने बताया की अगर हमारी मांगे नहीं पूरी होगी इससे भी बड़ा आंदोलन हम लोग करेंगे.
