हाजीपुर : हाजीपुर जेल में बीते शुक्रवार को राजापाकर थाने के तेलिया गांव के मनीष कुमार उर्फ मनीष तेलिया की गोली मार कर हत्या की घटना के बाद प्रशासनिक महकमा सकते में हैं. जेल में बंद कुख्यात सोना लुटेरा समेत दो को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है.
Advertisement
लूट के सोने के बंटवारे को लेकर दो वर्ष पूर्व शुरू हुआ था खूनी खेल q
हाजीपुर : हाजीपुर जेल में बीते शुक्रवार को राजापाकर थाने के तेलिया गांव के मनीष कुमार उर्फ मनीष तेलिया की गोली मार कर हत्या की घटना के बाद प्रशासनिक महकमा सकते में हैं. जेल में बंद कुख्यात सोना लुटेरा समेत दो को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है. हत्या में इस्तेमाल में लायी गयी […]
हत्या में इस्तेमाल में लायी गयी पिस्टल को भी पुलिस ने बीते शुक्रवार को ही बरामद कर लिया था. इस मामले में जेल प्रशासन ने सदर थाने में दोनों बंदियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी है. वहीं मृतक के परिजनों द्वारा भी प्राथमिकी दर्ज करने के लिए सदर थाने की पुलिस को आवेदन दिया गया है. हालांकि इस मामले में पुलिस कुछ भी बताने से कतरा रही है.
सुरक्षा में चूक को लेकर जेल आइजी ने जेल उपाधीक्षक समेत पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. इधर मनीष तेलिया की हत्या की वजह लूटे गये सोना के बंटवारे को लेकर उत्पन्न विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है. पुलिस सूत्रों की माने तो मनीष तेलिया 16 मार्च 2019 को महनार थाने के दियारा इलाके में अपने गुर्गों के साथ मारे गये कुख्यात सोना लुटेरा मनीष सिंह गिरोह का खास गुर्गा था.
मनीष सिंह कभी कुख्यात सुबोध सिंह का शागिर्द था. 19 जनवरी 2018 की शाम एसटीएफ ने सुबोध सिंह व उसके गुर्गों को मुठभेड़ के दौरान पटना के सगुना मोड़ इलाके से गिरफ्तार किया था. सुबोध की गिरफ्तारी के बाद मनीष सिंह ने अपना अलग गिरोह बना लिया और कई राज्यों में सोना लूट की बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया था.
ओडिसा के संबलपुर, वेस्ट बंगाल, छत्तीसगढ़, राजस्थान के जयपुर और महाराष्ट्र से नागपुर तथा तमिलनाडु आदि इलाकों में गोल्ड लोन देने वाली कंपनियों के कार्यालय से इस गिरोह के सदस्यों ने लगभग पौने दो क्विंटल सोना लूट की घटना को अंजाम देकर कई राज्यों की पुलिस को सकते में डाल दिया था.
बताया जाता है कि लूटे गये करोड़ों रुपये के सोना के बंटवारे को लेकर इस गिरोह में पिछले दो वर्षों से रंजिश चल रही थी. हाजीपुर जेल में बंद अन्नू सिंह व पुलिस मुठभेड़ में मारा गया मनीष सिंह भी कभी सुबोध सिंह गिरोह के सदस्य थे.
सोना लूट के बाद बंटवारे को लेकर हुए विवाद के बाद यह गिरोह कई टुकड़ों में बंट गया और आपसी अदावत में खूनी खेल शुरू हो गया. इस अदावत में पिछले डेढ़ वर्षों के दौरान हाजीपुर शहर में कई हाइप्रोफाइल हत्याएं भी हो चुकी हैं. पुलिस ने जब इनका उद्भेदन किया तो जयपुर सोना लूटकांड के बाद आपसी विवाद की बात भी सामने आयी थी.
मामले में तीन अलग अलग प्राथमिकी दर्ज
हाजीपुर : हाजीपुर जेल में बंद विचाराधीन बंदी मनीष कुमार उर्फ मनीष तेलिया की हत्या के लिए कुख्यात सोना लुटेरा अन्नू सिंह ने राजा बाबू को दस लाख रुपये की सुपारी दी थी. बंदी की हत्या के मामले में उच्च कक्षपाल अमरनाथ चौधरी ने सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. प्राथमिकी में आरोप है कि हाजीपुर जेल में ही जयपुर सोना लूटकांड मामले में बंद कुख्यात अन्नू सिंह ने दस लाख रुपये की सुपारी राजा बाबू को दी थी.
दस लाख रुपये की लालच में आकर आर्म्स एक्ट के मामले में बंद राजा ने जेल के अस्पताल वार्ड में भर्ती मनीष की बीते शुक्रवार को गोली मार कर हत्या कर दी थी. बंदी मनीष की हत्या मामले में जेल प्रशासन की ओर से तीन अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. पहली प्राथमिकी उच्च कक्षपाल ने हत्या की दर्ज करायी है. वहीं दूसरी प्राथमिकी जेल उपाधीक्षक युनूस अली ने पिस्टल बरामदगी मामले में दर्ज करायी है.
यह प्राथमिकी जेल के वार्ड नंबर 6 के शौचालय के समीप केला के पेड़ के पास छिपा कर रखी गयी एक पिस्टल, चार खोखा व दो जिंदा कारतूस की बरामदगी से संबंधित है. वहीं तीसरी प्राथमिकी हत्या के बाद चलाये गये सर्च अभियान के दौरान विभिन्न वार्डों से 11 मोबाइल बरामदगी के संबंध में दर्ज करायी गयी है. केस के आइओ एसआई विजय कुमार बनाये गये हैं. यह जानकारी सदर थानाध्यक्ष रोहन कुमार ने दी.
नशे की हालत राइफल के साथ बिदुपुर पुलिस ने किया था गिरफ्तार
राजापाकर थाना के तेलिया के रहने वाले मनीष कुमार व उसके साथी तेलिया निवासी सोनु कुमार को बिदुपुर थाने की पुलिस ने 4 फरवरी 2019 की रात नशे की हालत में एक राइफल व एक कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था. दोनों नशे की हालत में बिदुपुर थाने के गेट पर हंगामा कर रहे थे. हंगामा के दौरान एक फायरिंग भी की गयी थी. पुलिस ने उसके पास से बाइक व 65 हजार रुपये नकद भी बरामद किया था.
बिदुपुर के तत्कालीन थानाध्यक्ष विनय प्रताप सिंह ने दोनों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज दिया था. 23 मई 2019 को हाजीपुर कोर्ट कैंपस में पेशी के दौरान भी मनीष पर गोलीबारी की गयी थी. गोलीबारी में मनीष व दो हवलदार जख्मी हो गये थे. मनीष कुमार 16 मार्च 2019 को पुलिस मुठभेड़ में मारे गये कुख्यात सोना लुटेरा मनीष सिंह गिरोह का खास गुर्गा था.
राजनीति में भी मनीष ने आजमायी थी किस्मत
राजापाकर. राजापाकर थाना क्षेत्र के तेलिया निवासी मनीष कुमार की हाजीपुर जेल में गोली मार कर हत्या की घटना के बाद उसके गांव में गम का माहौल है.
शनिवार को मनीष का स्व गंगा सिंह मार्केट और बभनी मठ चौक के समीप की अधिकांश दुकानें बंद रहीं. मनीष ने राजनीति में भी अपनी किस्मत आजमायी थी. बीते पंचायत चुनाव में पंचायत समिति सदस्य पद के लिए वह चुनाव भी लड़ा था, लेकिन 50 वोट से चुनाव हार गया था.
शनिवार को बिदुपुर के चेचर घाट पर उसका अंतिम संस्कार किया गया. उसके सात वर्षीय पुत्र अभि सिंह ने मुखाग्नि दी. मनीष के बड़े भाई शारदा रंजन सिंह उर्फ भवानी सिंह पंचायत के बलुआरा स्थित प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक हैं. वह सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने के साथ-साथ गरीब गुरबों की मदद भी करता था. उसके अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ थी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement