दिघवारा : बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा में हर कोई जल के जलजला को झेलता है तो हर जगह बर्बादी का आलम दिखता है. ऐसे में जब बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में सरकारी सहयोग प्रभावित लोगों तक समय पर नहीं पहुंचता है तो खुद का सीखा गुर ही लोगों की जान बचाने के काम आता है. ऐसी स्थिति में आप अपने घर में दैनिक उपयोग में आने वाले सामानों से भी अपनी जान बचा सकते हैं. आपदा के समय घर में रखा कई सामान भी आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है.
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आपदा विभाग के स्टॉल पर मिल रही है आफत में जान बचाने की ट्रेनिंग
दिघवारा : बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा में हर कोई जल के जलजला को झेलता है तो हर जगह बर्बादी का आलम दिखता है. ऐसे में जब बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में सरकारी सहयोग प्रभावित लोगों तक समय पर नहीं पहुंचता है तो खुद का सीखा गुर ही लोगों की जान बचाने के काम आता है. ऐसी स्थिति […]
बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा के समय ऐसे सामान लोगों की जान बचाने में कैसे काम आते हैं इसके बारे में सोनपुर मेले में आपदा विभाग के स्टॉल पर एसडीआरएफ के जवान लोगों को बता रहे हैं. बिहार में हर साल बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा से सैकड़ों लोगों की जानें चली जाती है और संपत्ति का भी नुकसान होता है. ऐसे में इस स्टॉल की ट्रेनिंग बाढ़ के समय लोगों के लिए काम की बात हो सकती है.इस स्टॉल पर एसडीआरएफ के जवान पहुंचने वाले सभी लोगों को बाढ़ के समय घरेलू सामानों का उपयोग कर उन लोगों को जान बचाने की ट्रेनिंग दे रहे हैं.
कोल्ड ड्रिंक्स की खाली बोतल, सूखा नारियल, खाली गैलन, फुटबॉल व सूखे बांस से कैसे जान बचाई जा सकती है,इसके बारे में भी जवान विस्तार से बता रहे हैं .इस प्रदर्शनी को मेला घूमने आने वाले लोग खूब पसंद भी कर रहे हैं. मेला घूमने के क्रम में खरीद बिक्री के साथ-साथ से लोग इस स्टॉल से जानकारी प्राप्त कर रहे हैं जो लोगों के व्यवहारिक जीवन में विपत्ति के समय काफी काम आ सकता है.
कोल्ड ड्रिंक्स की खाली बोतलें बचा सकती हैं आपकी जान
बाढ़ के समय जब आप चारों ओर बाढ़ के पानी से घिर गये हो ऐसे में घर में रखी कोल्ड ड्रिंक्स की खाली बोतलें आपकी जान बचाने में कारगर साबित हो सकती है.
स्टॉल पर जवान खाली छह बोतलों को एक साथ जोड़ कर बोतल क्राफ्ट बनाने की ट्रेनिंग दे रहे हैं. आप इस बोतल क्राफ्ट को सीने के आसपास बांधकर बाढ़ के पानी में कूदकर अपनी जान बचा सकते हैं. साथ ही यह बोतल क्राफ्ट मुश्किल वक्त में आपके लिए लाइफ जैकेट का काम करेगी और आप इसके सहारे आसानी से पानी के किनारे लग सकते हैं.
बांस, ड्रम, चचरी, मटका और फुटबॉल क्राफ्ट भी जान बचाने में होते हैं उपयोगी
बाढ़ में जब आपके जान पर आफत होती है और आपको किसी का साथ नहीं मिलता है तब मेले के स्टॉल पर जवानों द्वारा सिखाया गया बचाव का तरीका आपके लिए बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकता है. कोसी क्षेत्र हो या फिर राज्य के अन्य वैसे क्षेत्र जो निरंतर बाढ़ जैसी आपदा को झेलते हैं उन इलाकों के लोग भी घर में रखे फुटबॉल से क्राफ्ट बनाकर अपनी जिंदगी बचा सकते हैं.
सूखे बांस की चचरी से या फिर उसमें ड्राम लगाकर क्राफ्ट बनाकर आफत में पड़े लोगों तक मदद पहुंचायी जा सकती हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि क्राफ्ट को बनाने में कोई विशेष राशि खर्च नहीं होती है और बनाने में प्रयोग में आने वाला हर सामान हर घर में आसानी से मिल जाता है. घर-घर में ऐसे क्राफ्ट को बनाकर जान बचाने के वैकल्पिक साधनों का इंतजाम किया जा सकता है.
इसी स्टॉल पर अगलगी से बचाव की दी जा रही है ट्रेनिंग
आपदा विभाग के इस स्टॉल पर एनडीआरएफ के जवानों द्वारा मेला घूमने आने वाले लोगों को अगलगी से बचाव व अगलगी के दौरान एनडीआरएफ द्वारा बचाव कार्य को लेकर उठाये जा रहे कदमों की जानकारी दी जा रही है. एनडीआरएफ के जवान रोप थ्रो गन के बारे में बता रहे हैं कि कैसे जवान इस गन के सहारे आग हुए मकानों तक 300 किलो वजन लेकर पहुंच जाते हैं और फिर उस घर में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकालते हैं.
इसके अलावा जवान पल्स ऑक्सीमीटर के उपयोगों को भी बता रहे हैं कि कैसे जवान आपदा के समय प्रभावित लोगों के हृदय स्पंदन की जांच कर यह पता लगाते हैं कि व्यक्ति जीवित है या नहीं? जवान यह बता रहे हैं कि अगर कोई व्यक्ति किसी केमिकल को पी लिया है तो कैसे उसकी जान को बचाया जा सकता है.
टीन का डिब्बा व पानी के गैलन को बेकार न समझें
अगर आप बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में रहते हैं तो टीम के डब्बा व पानी के गैलन को बेकार नहीं समझे. यह खाली डिब्बा भी बहुत काम की चीज हो सकती है. स्टॉल पर जवान हर दिन लोगों को यह बता रहे हैं कि कैसे टीन व खाली गैलन को आपस में जोड़कर इसे क्राफ्ट की शक्ल देकर इसका उपयोग जान बचाने में किया जा सकता है. नारियल की रस्सी से इसे आपस में जोड़कर इसका प्रयोग लाइफ सेविंग डिवाइस के रूप में करने का गुर भी जवान स्टॉल पर आने वाले लोगों को सिखा रहे हैं.
20 से आठ तक होगा खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन
दिघवारा. हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला में 20 नवंबर से बहिरंगी कार्यक्रम के तहत डाकबंगला खेल मैदान में खेल की विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया जायेगा. इस आयोजन में फुटबॉल पुरुष/महिला, हैंडबॉल पुरुष/महिला, क्रिकेट पुरुष, रग्बी फुटबॉल पुरुष/महिला, वॉलीबॉल पुरुष/महिला, रस्साकस्सी पुरुष/महिला,कुश्ती पुरुष व दंगल पुरुष का आयोजन होगा. खेलकूद का आयोजन 20 नवंबर से आठ दिसंबर तक प्रतिदिन आयोजित की जायेगी.
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