हाजीपुर : महात्मा गांधी सेतु बचाओ अभियान का एक प्रतिनिधि मंडल सोमवार को पटना एवं वैशाली के ट्रैफिक एसपी से मिला. दोनों जिलों के ट्रैफिक एसपी से मिल कर अपनी मांगें उनके समक्ष रखा. पाया संख्या 44 के पास सेतु के टूटे हिस्से को ठीक करते हुए आगे की ओर बढ़ने, पाया संख्या 1 से 12 तक तोड़ने की प्रक्रिया को तत्काल रोकने,
बड़े वाहनों का सेतु पर परिचालन अविलंब बंद करने एवं लोगों को भीषण जाम से बचाने के लिए ट्रैफिक व्यवस्था को सेतु पर दुरुस्त करने की मांग की गयी. प्रतिनिधि मंडल सदस्यों का नेतृत्व डॉ. मृणाल ने किया. इस अवसर पर अभियान के सदस्य एडवोकेट सुमन कुमार, डॉ. अमरदीप, दिलीप कुमार सिंह, प्रो. सत्येंद्र कुमार, प्रो. अजीत कुमार, डॉ. ठाकुर मुकेश सिंह चौहान एवं डॉ. राजेश कुमार सहित कई जन प्रतिनिधि व आमजन मौजूद रहे. मालूम हो कि सेतु बचाओ अभियान डॉ. मृणाल के नेतृत्व में चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पाया संख्या 44 से जुड़े पश्चिमी हिस्से की मरम्मत के लिए पांच वर्ष पूर्व उसे तोड़ा गया,
लेकिन क्षतिग्रस्त होने के कारण तीन वर्ष पहले वहां डायवर्सन भी बना. तब से लेकर आज तक वहां वाहनों की आवाजाही सेतु के पूर्वी हिस्से से हो रही है. ट्रैफिक का दबाव पूर्वी हिस्से पर ही पड़ने से अब पूर्वी हिस्सा भी क्षतिग्रस्त होने लगा है. पूर्वी हिस्से स्प्रिंग ढीला पड़ता जा रहा है. अगर पूर्वी हिस्से की स्थिति और बिगड़ गयी तो पूरा सेतु ठप पड़ जायेगा. डॉ. मृणाल की ओर से हाइकोर्ट में याचिका दायर करने वाले एडवोकेट सुमन कुमार ने कहा कि अभियान के सदस्य पुनर्निर्माण के विरोधी नहीं है लेकिन तार्किक व विवेकपूर्ण तरीके से सेतु के मरम्मत का कार्य होना चाहिए. गंगाब्रिज थाने पर दोनों जिलों के ट्रैफिक एसपी के साथ अभियान के सदस्यों की वार्ता सोमवार को हुई.