हाजीपुर : देश व्यापी स्वच्छता अभियान की कड़ी में वैशाली जिला प्रशासन की एक पहल से गंगा की पवित्रता को बनाये रखने में विशेष मदद मिलने की पूरी संभावना है. जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार गंगा किनारे के वैसे गांव जिनमें शौचालय का प्रबंध अधिकांशत: नहीं है,वहां चलंत शौचालय की व्यवस्था की गयी है. सूत्रों की मानें तो ऐसे 18 गांवों को चलंत शौचालय सौंपे भी जा चुके हैं. इसकी आधिकारिक घोषणा अब तक जिला प्रशासन की ओर से नहीं की गयी है. लेकिन प्रशासनिक महकमें में चर्चा है कि शीघ्र ही इसकी घोषणा की जायेगी.
25 गांवों को जिला प्रशासन ने किया था चिह्नित : नमामि गंगे अभियान के तहत प्रशासन ने गंगा किनारे के ऐसे 25 गांवों को योजना में शामिल किया था.जहां शौचालय की व्यवस्था नहीं होने से गंगा के पवित्र जल पर उसका दुष्प्रभाव दिख रहा था.गंगा को प्रदूषण से बचाने के लिए नमामि गंगे अभियान चलाया जा रहा है.राष्ट्रीय स्वच्छता मिशन को लेकर केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता जिला प्रशासन के इस पहल में स्पष्ट रूप से दिखने लगी है.स्वच्छ भारत मिशन और नमामि गंगे अभियान के संयुक्त तत्वावधान में चिह्नित 25 गांवों में से 18 गांवों के लिए चलंत शौचालय की व्यवस्था कर इस अभियान को बलवती करने का जिला प्रशासन ने प्रयास किया है. जिला प्रशासन के इस प्रयास से गंगा को निर्मल व स्वच्छ रखने में काफी मदद मिलने की उम्मीद के साथ उक्त योजना की शुरुआत की गयी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता संबंधी प्रयासों को भी उक्त योजना के सफल होने पर काफी बल मिलेगा.
गंगा किनारे के 25 गांवों को प्रशासन ने नमामि गंगे अभियान के तहत किया था चिह्नित
गंगा व गंडक को प्रदूषण से बचाने के लिए चलंत शौचालयों की की गयी व्यवस्था
क्या कहते हैं अिधकारी
नमामि गंगे अभियान व इसके तहत चिह्नित गांवों में परियोजना को संकल्पित होकर संचालित करने के लिए जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रखी है. गंगा किनारे के 25 गांवों को चिह्नित किया गया था,जिनमें से 18 गांवों को चलंत शौचालय सौंप दिये गये है.गंगा व गंडक नदियों के प्रदूषण को नियंत्रित करने में इससे काफी मदद मिलेगी.जिससे क्रार्यक्रम सफल होगा.