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साइड नहीं देने पर परिवहन मंत्री के बॉडीगार्ड ने बस चालक को मारा थप्पड़, विरोध में उतरे लोग ही हो गये गिरफ्तार

मधुबनी के फुलपरास में बिहार की परिवहनमंत्री की गाड़ी को साइड नहीं देना बहुत लोगों को महंगा पड़ गया है. दरअसल रविवार को मंत्री की गाड़ी जाम में फंसी थी. मंत्री के सुरक्षाकर्मी ने गाड़ी के आगे जाम में फंसी बस के चालक को थप्पर जर दिया.

मधुबनी. मधुबनी के फुलपरास में बिहार की परिवहनमंत्री की गाड़ी को साइड नहीं देना बहुत लोगों को महंगा पड़ गया है. दरअसल रविवार को मंत्री की गाड़ी जाम में फंसी थी. मंत्री के सुरक्षाकर्मी ने गाड़ी के आगे जाम में फंसी बस के चालक को थप्पर जर दिया. इसके बाद इलाके के लोग स्थानीय विधायक सह परिवहन मंत्री के खिलाफ सड़क पर उतर गये. करीब आधा घंटा मंत्री की गाड़ी को लोगों ने रोके रखा. पुलिस के आने के बाद जैसे-तैसे मंत्री की गाड़ी आगे बढ़ी. मंत्री ने तत्काल तो लोगों का गुस्सा देख कुछ नहीं कहा, लेकिन फुलपरास थाने में साजिश रचने से लेकर सरकारी काम में बाधा डालने समेत गंभीर आरोप में प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी है. इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और दो दर्जन से अधिक लोगों की तलाश की जा रही है.

10 नामजद और 15 अज्ञात लोगों पर आरोप

जानकारी के अनुसार रविवार को मधुबनी के फुलपरास बाजार के लोहिया चौक के पास परिवहन मंत्री शीला मंडल के काफिले को एक बस ने आगे निकलने का रास्ता नहीं दिया, तो मंत्री के बॉडीगार्ड ने बस चालक को पीट दिया. इसके बाद बस ड्राइवर और स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर दिया. स्थानीय पुलिस ने जैसे तैसे लोगों को समझा कर सड़क जाम हटवाया. जाम के कारण मंत्री का काफिला 20 मिनट तक फंसा रहा. मंत्री ने अपने खिलाफ बड़ी साजिश का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करा दिया. मधुबनी के फुलपरास थाने में परिवहन मंत्री शीला कुमारी मंडल की ओर से प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इसमें 10 नामजद और 15 अज्ञात लोगों पर आरोप लगाया गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि मंत्री का काफिला रोकने की सजा दी जा रही है. पुलिस ने सोमवार को दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. 23 अन्य की तलाश की जा रही है. पुलिस ने इस मामले में फुलपरास के रंजन यादव और हनुमाननगर निवासी शत्रुघ्न कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया है.

मंत्री के खिलाफ थी बड़ी साजिश

थाने में मंत्री के आप्त सचिव नूर हसन आजाद ने प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें कहा गया है कि परिवहन मंत्री शीला कुमारी बारह बजकर पांच मिनट में अपने घर से पांच गाड़ियों के काफिले के साथ जा रही थी. रास्ते में बारह बजकर पंद्रह मिनट में लोहिया चौक पर शिवलोक और समीर ट्रेवल्स नामक बस ने रास्ता जाम कर रखा था. मंत्री के एस्कॉर्ट में शामिल पुलिस जवानों ने जाकर डांटा तो उन्होंने काफिले को जाने दिया. मंत्री शीला मंडल की गाड़ी और एक एस्कॉर्ट वाहन आगे बढ़ा ही था कि फिर से रोड जाम कर दिया गया, जिससे मंत्री का सुरक्षा चक्र टूट गया. प्राथमिकी में मंत्री के खिलाफ साजिश रचने से लेकर सरकारी काम में बाधा डालने समेत कई गंभीर आरोप में लगाये गये हैं. दर्ज करायी गयी एफआईआर में प्राथमिकी में शंकर यादव, रामकृष्ण यादव, अरुण यादव, अरविंद यादव, दीपक यादव, रंजन यादव, रंजीत यादव, जयवीर झा, शत्रुघ्न कुमार यादव के साथ साथ शिवलोक ट्रेवल्स के मालिक दीपक सिंह और अन्य लोगों को अभियुक्त बनाया गया है.

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