त्रिवेणीगंज. नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या 25 एवं कुशहा पंचायत के मयूरवा वार्ड संख्या एक की सीमा पर आयोजित तीन दिवसीय अखिल भारतीय भ्रमणशील धर्म यज्ञ भगैत महासम्मेलन का 62वां वार्षिक महाधिवेशन शनिवार को भव्यता और श्रद्धा के साथ संपन्न हो गया. इस महासम्मेलन में देश के विभिन्न जगहों से प्रसिद्ध भगैत मंडलियों ने भाग लिया. पंजियारों ने अपनी भावपूर्ण भगैत गायकी से श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया. सम्मेलन के दौरान संपूर्ण वातावरण भक्तिमय बना रहा और हर दिन सैकड़ों की संख्या में श्रोता देर रात तक भगैत लोकगाथाओं में डूबे रहे. तीनों दिन पंजियारों द्वारा मां भगवती, कारू बाबा, धर्मराज बाबा, बैनी पंजियार, अंदु पंजियार, ज्योति पंजियार, हरिया, राजा चंद्रबली आदि की पौराणिक एवं लोकगाथाओं का सुंदर वाचन किया गया. यज्ञ स्थल पर विभिन्न देवी-देवताओं की प्रतिमाओं का निर्माण कर श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु प्रदर्शित किया गया, जिनके दर्शन हेतु दूर-दराज़ से श्रद्धालु पहुंचे. वक्ताओं ने इस आयोजन को सामाजिक एकता, सांस्कृतिक संरक्षण और ईश्वर भक्ति का प्रतीक बताया. कहा कि ऐसे आयोजन समाज को जोड़ते हैं और हमारी लोक परंपराओं को जीवित रखते हैं. धर्म यज्ञ के मालाधारी उपेंद्र यादव ने बताया कि ग्रामीणों के सहयोग से यह तीन दिवसीय भगैत महासम्मेलन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ. आयोजन के अंतिम दिन महाप्रसाद का भी वितरण किया गया. उन्होंने ग्रामीणों की ओर से दूर-दराज से आए पंजियारों के प्रति आभार जताया. इस महासम्मेलन में सामाजिक समरसता की अनूठी मिसाल भी देखने को मिली. आयोजन समिति से जुड़े ग्रामीणों ने श्रद्धा और प्रेमपूर्वक अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए कार्यक्रम को सफल बनाया.
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