इफ्तार की चल रही थी तैयारियां, चूल्हे से निकली चिंगारी ने घनी बस्ती को किया खाक प्रतिनिधि, प्रतापगंज प्रखंड अंतर्गत सुरजापुर पंचायत स्थित परसा बीरबल गांव के वार्ड नंबर 15 में मंगलवार की शाम भीषण अग्निकांड में 11 परिवार के 28 घर सहित तीन लाख इक्कीस हजार नकदी सहित सारा सामान जलकर राख हो गया. आग की घटना में 15 से 20 लाख के नुकसान होने की बात कही जा रही है. घटना उस समय हुई जब पवित्र रमजान के इफ्तार नवाजी के लिए शाम में इफ्तार की तैयारियां की जा रही थी. जानकारी अनुसार मो तस्लीम के घर इफ्तार की तैयारी के समय चुल्हे से उठी चिंगारी ने देखते देखते ही 11 परिवार के 28 घरों को अपने आगोश में ले सब कुछ खाक कर दिया. उस समय परिवार के लोग भी इधर-उधर काम पर थे. आग की ज्वाला तस्लीम के घर से उठती देख लोग शोर मचाने लगे, लेकिन कच्चे पक्के सूखे घरों को धीमी चल रही पछिया हवा ने आग में घी का काम किया. पंचायत के मुखिया महानंदा पासवान को आग लगने की सूचना मिलते ही वे थानाध्यक्ष को अविलंब प्रतापगंज थाना सहित अन्य नजदीकी थानों की दमकल को भेजने का आग्रह किया, लेकिन जब तक छोटी दमकलें घटनास्थल पर पहुंची तब तक आग ने मुस्लिम समुदाय की घनी बस्ती को अपने आगोश में ले लिया. वीरपुर से बड़ी दमकल मंगाकर घटना स्थल पर भेजवाया. तब जाकर आग पर काबू पाया गया. आग की इस भीषण त्रासदी में मो वासिल का दो घर, पांच हजार नकदी सहित सारा सामान, मो अकबर का 3 घर, 10 हजार नकद और सामान, बीबी शमीना का दो घर, 10 हजार नकद सहित सामान, मो शरीफ का दो घर पांच हजार नकद और सामान, मो फजील का 4 घर सहित रमजान के बाद बेटे की शादी के लिए रखे 2 लाख नकद सहित सारा सामान, मो उस्मान का 4 घर 25 हजार नकद, मो शहाबुद्दीन का 5 घर 40 हजार नकदी और सामान, मो निजामुद्दीन का 4 घर सहित 12 हजार नकदी, मो मेहूद्दिन का 4 घर, 35 हजार नकद सहित सारा सामान, मो सुभान का दो घर 10 हजार नकदी और मो सलीम का 1 घर सहित 4 हजार नकदी और सारा सामान जलकर राख हो गया. आग की घटना में पीड़ित परिवारों का आशियाना सहित सबकुछ आग की भेंट चढ़ जाने से उन लोगों को आसमान के नीचे रहने को मजबूर होना पड़ रहा है. आग की सूचना पर बीडीओ अमरेश कुमार मिश्र, सीओ आशु रंजन, कर्मचारी राहुल कुमार, पूर्व प्रमुख रमेश प्रसाद यादव, मुखिया महानंद पासवान आदि घटनास्थल पर पहुंच कर पीड़ितों की सुध ले आवश्यक राहत दिलाने का जहां भरोसा दिलाया. वहीं मुखिया ने मंगलवार की रात से ही पीड़ित परिवार को आगे की व्यवस्था होने तक भोजन आदि की सुविधा दिलायी है. सीओ ने तत्काल खुले आसमान के नीचे रहने वाले पीड़ितों को प्लास्टिक मुहैया करवाया है. जबकि समाज सहित नाते रिश्तेदारों ने भी पीड़ितों को आवश्यक सुविधाएं पहुंचाना शुरू कर दिया है.
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