– 1,979.51 करोड़ की लागत से बनेगा हाईवे – 24.60 किमी लंबे बाईपास, 12.18 किलोमीटर रिअलाइनमेंट और 75.04 किलोमीटर सड़क चौड़ीकरण एवं सुधार का कार्य है शामिल सुपौल राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास में सुपौल को एक और बड़ी सौगात मिली है. केंद्र सरकार ने एनएच-327 ई के परसरमा से अररिया तक के खंड के उन्नयन को स्वीकृति दे दी है. इस परियोजना के तहत 111.82 किलोमीटर लंबे इस राजमार्ग को दो लेन पेव्ड शोल्डर के रूप में विकसित किया जायेगा. परियोजना पर कुल 1,979.51 करोड़ खर्च किए जाएंगे. इसमें 24.60 किलोमीटर लंबे बाईपास, 12.18 किलोमीटर रिअलाइनमेंट और 75.04 किलोमीटर सड़क चौड़ीकरण एवं सुधार का कार्य शामिल है. यह परियोजना न केवल यातायात सुगमता बढ़ायेगी. बल्कि सुपौल, पिपरा, त्रिवेणीगंज और रानीगंज जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में ट्रैफिक जाम और प्रदूषण की समस्या भी कम करेगी. जानकारी के अनुसार इस परियोजना से भारी वाहनों का दबाव कम होगा और उन्हें शहर के बाहर डायवर्ट कर सुरक्षित व बाधारहित यातायात सुनिश्चित किया जा सकेगा. परियोजना के तहत मार्गाधिकार (आरओडब्लू) 24 मीटर से लेकर 45 मीटर तक निर्धारित किया गया है, जबकि वर्तमान में यह 15-30 मीटर है. हाईवे की डिजाइन गति 80 से 100 किमी प्रतिघंटा रखी गई है, जिससे यात्रियों को तेज और आरामदायक सफर का अनुभव मिलेगा. सड़क को और सुरक्षित व सुविधाजनक बनाने के लिए 02 फ्लाईओवर, 02 वीयूपी (अंडरपास) और 02 रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का भी निर्माण किया जायेगा. सुपौल समेत पूरे सीमांचल को होगा सीधा लाभ इस परियोजना के पूरा होते ही सुपौल, पिपरा, त्रिवेणीगंज, रानीगंज सहित पूरे सीमांचल क्षेत्र में विकास की रफ्तार बढ़ेगी. जिससे व्यापार, उद्योग और आम लोगों की आवाजाही सुगम होगी. बाईपास निर्माण से शहरों में जाम और प्रदूषण की समस्या में भी कमी आयेगी. यह परियोजना क्षेत्र के लिए विकास की एक नई राह खोलेगी और सड़क संपर्क को और मजबूत बनायेगी.
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