सुपौल. सदर प्रखंड के बरैल गांव निवासी जटाधर झा के पौत्र होनहार नवनीत कुमार ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से ””ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग”” (गेट) परीक्षा में सफलता प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया है. नवनीत ने इस प्रतिष्ठित परीक्षा में क्वालीफाई कर दिखा दिया कि किसी भी मंज़िल को हासिल करना कठिन नहीं है, बस सच्ची लगन और ईमानदार प्रयास की जरूरत होती है. नवनीत की इस सफलता से परिवार, शिक्षकों और जिलेवासियों में खुशी की लहर है. नवनीत ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय दादाजी, दादी, मां, पापा और अपने गुरुजनों को दिया है. उन्होंने कहा कि सही मार्गदर्शन और निरंतर मेहनत से कोई भी छात्र बड़े से बड़ा मुकाम हासिल कर सकता है. नवनीत की इस कामयाबी से जिले के अन्य युवाओं को भी प्रेरणा मिलेगी और वे भी अपने लक्ष्य को पाने के लिए मेहनत करेंगे. नवनीत ने ऑल इंडिया में 165 रैंक हासिल किया है. गेट पास करने के बाद आप शिक्षा मंत्रालय और अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा समर्थित इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, आर्किटेक्चर, साइंस, कॉमर्स, आर्ट्स और मानविकी संस्थानों में मास्टर डिग्री और पीएचडी कार्यक्रमों में एडमिशन ले सकते हैं. आपको बता दें कि नवनीत वर्तमान में आईआईटी रुड़की के विद्युत अभियांत्रिकी विभाग के तृतीय वर्ष के छात्र हैं. प्रभात खबर से बातचीत में नवनीत ने बताया कि गेट परीक्षा क्वालीफाई करने के बाद रिसर्च अपॉर्चुनिटीज जैसे डीआरडीओ, इसरो और बीएआरसी जैसे संस्थान को रिसर्च भूमिकाएं देते हैं, जो देश के टेक्नीकल प्रोग्रेस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. गेट क्वालिफाई कैंडिडेट्स मास्टर या डॉक्टरेट कार्यक्रम के लिए स्कॉलरशिप या एसए असिस्टेंट फाइनेंशियल हेल्प हासिल कर सकते हैं. इसके अलावे पीएसयू भर्तियां जैसे बीएसएनएल, एएआई, ओएनजीसी, पावरग्रिड, एनटीपीसी सहित कई पीएसयू कंपनियों में गेट क्वालिफाई करने वाले उम्मीदवारों को नौकरी दी जाती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

