त्रिवेणीगंज. अचानक हुई तेज बारिश और आंधी ने त्रिवेणीगंज नगर परिषद की बारिश पूर्व तैयारी और जलनिकासी व्यवस्था की पोल खोल दी. शहर के मुख्य बाजार और मोहल्लों की सड़कों पर भारी जलजमाव हो गया, जिससे दुकानदारों, राहगीरों और आम नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. मुख्य सड़क एनएच 327ई पर खादी भंडार से एक्सिस बैंक एटीएम तक और बघला पुल के समीप हल्की बारिश में भी सड़कें तालाब में तब्दील हो गयी. भारी वाहनों के गुजरने पर सड़क पर जमा गंदा पानी राहगीरों और दुकानों पर छपकता है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है और दुकानों में रखे सामानों के भी नुकसान की आशंका बनी रहती है. दुकानदारों की परेशानी बढ़ी स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि जलजमाव के कारण ग्राहक अब दुकानों तक पहुंचने से कतराने लगे हैं. उनका कहना है कि मुख्य बाजार में नाला निर्माण पहले से किया गया है, लेकिन बार-बार उड़ाही के बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है. नगर परिषद को इस दिशा में स्थायी और मजबूत नाला निर्माण की आवश्यकता है. मंगलवार सुबह की बारिश ने एमजी रोड स्थित कई दुकानों में पानी घुसा दिया. दुकानदारों ने बताया कि नगर परिषद द्वारा सड़क के बीच में नाला सह सड़क का निर्माण कार्य अभी अधूरा है, जिसके कारण जल बहाव दुकानों की ओर हो रहा है. कई दुकानदारों का सामान भीग गया, जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ. चार साल बाद भी नहीं मिला जलनिकासी का स्थायी समाधान नगर परिषद गठन के चार वर्ष बीत जाने के बाद भी जलनिकासी की स्थायी व्यवस्था नहीं हो पाई है. लोगों का कहना है कि नगर परिषद बनने के बाद उम्मीद थी कि जलजमाव की समस्या का समाधान होगा, लेकिन चुनावी वादे सिर्फ कागज़ों तक सीमित रह गए हैं. कहते हैं जनप्रतिनिधि वार्ड 05 के पार्षद महेश कुमार ने बताया कि थाना रोड में नाले का निर्माण युद्धस्तर पर जारी है और जल्द ही यह कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा. इसके बाद सड़क का पुनर्निर्माण किया जाएगा. वहीं, वार्ड 18 के पार्षद विवेक कुमार राज ने बताया कि एमजी रोड में नाला निर्माण कार्य पचास प्रतिशत पूरा हो चुका है, लेकिन कुछ दुकानों की ऊंचाई नाले से नीचे होने के कारण पानी दुकानों में घुस रहा है. इस समस्या के समाधान की दिशा में कार्य किया जा रहा है. कहते हैं ईओ नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी राज साहिल ने कहा कि एनएच 327ई के दोनों ओर नाले के निर्माण का प्रस्ताव नवंबर 2024 में जिला प्रशासन को भेजा गया था, जिसे बुडको द्वारा लगभग 15 करोड़ की लागत से क्रियान्वित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि तत्काल राहत के लिए जलनिकासी की व्यवस्था की जा रही है और अन्य क्षेत्रों में भी स्थायी समाधान के लिए जेई के साथ स्थल निरीक्षण किया जाएगा.
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