कटैया-निर्मली. पिपरा प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार को महिलाओं ने माता पार्वती और भगवान शिव की आराधना कर हर्षोल्लास से हरतालिका तीज व्रत मनायी. प्रखंड के पथरा, निर्मली, रतोली, जरोली, कटैया, जोल्हनिया, थुमहा, रामनगर, तुलापट्टी और बसहा सहित कई गांवों में महिलाओं ने परंपरागत ढंग से पूजा-अर्चना की. इस व्रत में सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला उपवास रखा, रात्रि जागरण किया और भजन-कीर्तन के साथ शिव-पार्वती की आराधना की. महिलाएं सोलह शृंगार कर नए परिधान धारण किए हुए थी. पूजा के दौरान फल, फूल, मिठाइयां और वस्त्र अर्पित कर दान भी किया गया. धार्मिक मान्यता के अनुसार माता पार्वती ने मंदार पर्वत की कंदरा में सखियों के साथ कठोर तपस्या कर हरतालिका तीज व्रत किया था, जिसके बाद भगवान शिव प्रसन्न हुए और उनका विवाह संपन्न हुआ. तभी से यह व्रत परंपरागत रूप से मनाया जाता है. पंडित आचार्य धर्मेंद्र नाथ मिश्र ने बताया कि इस व्रत के पालन से धन-धान्य, पुत्र रत्न और अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इसे सुहागिनों के लिए सर्वोत्तम व्रत माना गया है.
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