28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

लेटेस्ट वीडियो

रसोईया की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीण व परिजन 18 घंटे तक सड़क जाम कर आवागमन किया बाधित

पुलिस आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर जाम हटवाने में विफल रही.

Audio Book

ऑडियो सुनें

– पूरी रात शव के साथ जाम स्थल पर डटे रहे ग्रामीण – पुलिस प्रशासन जाम हटवाने में रही विफल छातापुर प्रखंड क्षेत्र स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय गीरधरपट्टी में एमडीएम बनाने के दौरान आग लगने से झुलसकर मौत मामले में एक बार फिर परिजन व ग्रामीण आक्रोशित हो गए. रविवार संध्याकाल पोस्टमार्टम के बाद शव के गीरधरपट्टी पहुंचने पर ग्रामीणों ने विद्यालय के समीप फिर से सड़क जाम कर दिया. संध्या पांच बजे से सोमवार पूर्वाह्न 11 बजे तक यानि 18 घंटे तक आवागमन को बाधित रखा गया. जाम में शामिल लोग प्रधानाध्यापक को स्थल पर बुलाने, विद्यालय प्रबंधन के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने तथा डीएम को स्थल पर बुलाने सहित उचित मुआवजा तत्काल रूप से देने की मांग कर रहे थे. जाम व प्रदर्शन की सूचना पर रात्रिकाल एएसएचओ मो साहिद पुलिस बल के साथ स्थल पर पहुंचे. पुलिस आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर जाम हटवाने में विफल रही. परिजन व ग्रामीण पूरी रात शव के साथ जाम स्थल पर डटे रहे. जानकारी के बाद सोमवार को वीआईपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पनोरमा ग्रुप के सीएमडी संजीव मिश्रा जाम स्थल पर पहुंचे और परिजनों से मामले की जानकारी ली. जिसके बाद सीओ राकेश पुलिस अंचल निरीक्षक सुनील कुमार पासवान, थानाध्यक्ष शिवशंकर कुमार, भाकपा अंचल सचिव रघुनंदन पासवान आदि स्थल पर पहुंच गये और जाम को खत्म कर शव का अंतिम संस्कार करने का अनुरोध किया. कई घंटों तक परिजन व ग्रामीणों से चले वार्ता के दौरान विभागीय प्रावधान के तहत जल्द से जल्द समुचित मुआवजा दिलाने, विद्यालय प्रबंधन के लापरवाही की जांच कर दोषी पाए जाने पर उसके विरुद्ध कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया गया. वार्ता में कई घंटे तक शामिल रहे संजीव मिश्रा ने निजी स्तर से दाह संस्कार के लिए मृतका अमला देवी के पति धर्मदेव उरांव को 21 हजार नकदी प्रदान कर आगे भी हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया. जिसके बाद आक्रोशितों का गुस्सा शांत हुआ और शव को उठाकर दाह-संस्कार के लिए घर ले गये. तत्पश्चात 18 घंटे से जारी जाम व प्रदर्शन का पटाक्षेप हो गया. मालूम हो कि रसोईया की मौत मामले में रविवार को भी पूर्वाह्न काल तीन घंटे तक सड़क जाम किया गया था. जहां विभागीय प्रावधान के तहत परिजनों को चार लाख रूपये अनुदान, दो बच्चों को बालिग होने तक पढाई व भरण पोषण के लिए चार-चार हजार रूपये प्रतिमाह तथा मृतका के पति को रसोईया के पद पर बहाल करने के आश्वासन के बाद जाम खत्म करवाया गया. तदुपरांत शव को पोस्टमार्टम के लिए सुपौल भिजवाया गया था.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel