निर्मली : मुख्यालय स्थित सार्वजनिक दुर्गा मंदिर परिसर में मां अपने भक्तों के हर वांछित मनोकामनाओं को पूर्ण करती है. इसी विश्वास के साथ संध्याकालीन प्रार्थना व आरती में शरीक होने वाले श्रद्धालुओं की यहां इतनी भीड़ जमा हो जाती है, मानो आस्था का सैलाब उमड़ परा हो. विसर्जन के समय तो नगर व क्षेत्र के लाखों लोग माता की बिदाई में शरीक होते हैं.
यह नजारा दर्शनीय होता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जो भी माता के भक्त सच्चे मन से माता के दरबार में मुरादें लेकर आते हैं,उनकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है. मुख्य पंडित हर्ष पांडे बताते हैं कि सवा सौ वर्ष पूर्व मंदिर की स्थापना की गई थी. माना जाता है कि कोसी क्षेत्र में प्रलयकारी भूकंप व अकाल के समय मां की आराधना से भक्तों की मनोकामना पूर्ण हुई, तब से ही मां के प्रति लोगों में अटूट आस्था व विश्वास कायम है.
पूजा समिति के अध्यक्ष मनीष पंसारी ने बताया कि सार्वजनिक दुर्गा मंदिर की स्थापना सन् 1962 में हुई थी. तब से लगातार पूजा व मेला का आयोजन किया जाता है. इस वर्ष भी मंदिर व परिसर को फूलों से सजाया गया है. महिलाओं को दर्शन के लिये अतिरिक्त प्रवेश द्वार बनाया गया है. माता के दर्शन के लिये श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी है, अनुमंडल क्षेत्र के नगर सहित आसपास के गांवों में नवरात्रि का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. नवरात्रि के मौके पर सभी मंदिरों की भव्य सजावट की गयी है . पूजा को लेकर प्रशासन द्वारा सुरक्षा पुख्ता प्रबंध किया गया है.