– एसआईए टीम ने किया सामाजिक- आर्थिक प्रभाव सर्वे – जमीन मालिकों ने जताई गहरी नाराजगी सरायगढ़. प्रखंड क्षेत्र के सरायगढ़ मौजा के टोला गंगापुर में प्रस्तावित औद्योगिक क्षेत्र विकास परियोजना को लेकर बुधवार को दूसरे दिन भी ललित नारायण मिश्रा आर्थिक विकास एवं सामाजिक परिवर्तन संस्थान (एसआईए), पटना की टीम ने सर्वेक्षण कार्य जारी रखा. टीम में पटना से आए रणधीर प्रताप सिंह, अमरेंद्र कुमार, राजेंद्र कुमार व सीआई दशरथ मरैया शामिल थे. टीम द्वारा प्रस्तावित 250 एकड़ भूमि के सामाजिक एवं आर्थिक प्रभाव का आकलन किया गया. इस दौरान भूमि मालिकों से जमीन से जुड़ी विस्तृत जानकारी ली गई. यह सर्वेक्षण कार्य परियोजना निदेशक डॉ प्रीति कुमारी के नेतृत्व में किया जा रहा है. उनका कहना था कि सरायगढ़ मौजा में 250 एकड़ भूमि का अधिग्रहण औद्योगिक क्षेत्र विकास के लिए प्रस्तावित है, जिसके सामाजिक एवं आर्थिक प्रभावों का अध्ययन कर रिपोर्ट जिला पदाधिकारी को सौंपा जाएगा व मुख्यालय पटना भी भेजी जाएगी. जमीन मालिकों ने जताई आपत्ति सर्वेक्षण के दौरान स्थानीय जमीन मालिक शिवकुमार यादव, शत्रुघन यादव, सुखराम यादव, अमरेंद्र यादव, मुकेश कुमार, सुरेश कुमार यादव, गंगा प्रसाद यादव, उपेंद्र यादव, महेंद्र यादव, भूपेंद्र यादव, विनय यादव, सत्तो यादव, आजाद कुमार, सुधीर कुमार, मो जैनुल, मो जकिर, सीताराम यादव, अशोक यादव, बुधन यादव, तेज नारायण यादव, संजीव कुमार तथा अन्य ग्रामीणों ने अपनी-अपनी बात स्पष्ट रूप से टीम के सामने रखी. जमीन मालिकों का कहना था कि प्रस्तावित क्षेत्र की भूमि बहुत उपजाऊ है और इसी खेती से उनका परिवार जीवन-यापन करता है. पहले से ही खेती योग्य जमीन कम बची है, ऐसे में बची-खुची उपजाऊ जमीन को भी औद्योगिक क्षेत्र के लिए अधिग्रहित कर लेने से उनकी आजीविका पर गंभीर संकट उत्पन्न हो जाएगा. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उनकी जमीन बिना सहमति के प्रस्तावित कर दी गई है, जिससे उनमें भारी आक्रोश है. सर्वेक्षण टीम का कार्य जारी है, वहीं ग्रामीणों की नाराजगी और आपत्तियां इस परियोजना के भविष्य को लेकर कई प्रश्न भी खड़े कर रही हैं.
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