सुपौल : जिला मुख्यालय के टॉउन 01 एवं समाहरणालय फीडर में सोमवार की सुबह 08:30 से 07 बजे संध्या तक बिजली गुल रही. जिस कारण सभी प्रकार के उपभोक्ताओं को उमस भरी गर्मी में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. दिन भर लोग घर से बाहर भीतर करते रहे. वहीं कई प्रतिष्ठान बिजली के अभाव में दोपहर बाद बंद हो गये. व्यापारियों ने बताया कि दिन भर बिजली गुल रहने के कारण लाखों रुपये का व्यापार प्रभावित हुआ है. वहीं दूध विक्रेता के सैकड़ों लीटर दूध बेकार हो गये.
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दिनभर बिजली गुल, लोगों में टेंशन फुल
सुपौल : जिला मुख्यालय के टॉउन 01 एवं समाहरणालय फीडर में सोमवार की सुबह 08:30 से 07 बजे संध्या तक बिजली गुल रही. जिस कारण सभी प्रकार के उपभोक्ताओं को उमस भरी गर्मी में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. दिन भर लोग घर से बाहर भीतर करते रहे. वहीं कई प्रतिष्ठान बिजली के अभाव […]
जबकि बिजली जनित सभी संस्थान एवं कारोबार ठप रहा. उपभोक्ताओं ने बताया कि हाल के दिनों में शहर में बिजली व्यवस्था चरमरा गयी है. लोगों को आश्चर्य हो रहा है कि सूबे में बिजली के मामले में अव्वल स्थान प्राप्त करने वाले सुपौल शहर अब बिजली की गिरती व्यवस्था जाना जाने लगा है. कहा कि ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव के गृह क्षेत्र में इस प्रकार की बिजली व्यवस्था है तो अन्य शहरों की स्थिति का सहज अनुमान लगाया जा सकता है.
कहते हैं कार्यपालक अभियंता
इस बाबत कार्यपालक अभियंता विद्युत प्रशांत कुमार मंजू ने कहा एनएच के चौड़ीकरण के बाद एनएच किनारे लगे बिजली के खंभे को शिफ्ट करने के लिए एनएचआई ने सुबह 08 बजे से 01 एक बजे दोपहर तक शटडाउन की मांग किया था. लेकिन एनएचआई की लापरवाही की वजह कार्य को नियत समय में नहीं किया जा सका.
एनएचआई के अधिकारियों पर तल्ख टिप्पणी करते कहा कि उनके लापरवाही की वजह से उपभोक्ताओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. इसके लिए वे स्वयं दुखी हैं. बताया कि एनएचआई के द्वारा पर्याप्त मात्रा में कार्य पर मजदूर को नहीं लगाया गया था. जिस कारण परेशानी बढ़ी. विद्युत बहाल करने को लेकर विद्युत विभाग के मिस्त्री को भी उक्त कार्य में लगाया गया.
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