जदिया : जदिया में जाम की समस्या अब लोगों के लिए नासूर बन चुका है. अतिक्रमण के मुद्दे को लेकर सर्वोच्च न्यायालय का रवैया भले ही सख्त हो. लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता के कारण जदिया बाजार की दो मुख्य सड़कें एनएच 327 ई तथा एसएच 91 अतिक्रमण की चपेट में है. अतिक्रमण की वजह से दोनों सड़कों का स्वरूप ग्रामीण सड़क में तब्दील हो गया है.
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सड़क का किया अतिक्रमण, जाम की समस्या और हुई विकराल
जदिया : जदिया में जाम की समस्या अब लोगों के लिए नासूर बन चुका है. अतिक्रमण के मुद्दे को लेकर सर्वोच्च न्यायालय का रवैया भले ही सख्त हो. लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता के कारण जदिया बाजार की दो मुख्य सड़कें एनएच 327 ई तथा एसएच 91 अतिक्रमण की चपेट में है. अतिक्रमण की वजह […]
स्थिति यह है कि बड़े वाहनों की कौन कहे छोटे वाहन तथा पैदल भी आवागमन में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जबकि प्रशासनिक अधिकारी व जनप्रतिनिधि लोगों की इस समस्या से अंजाम बने हुए है.
जदिया बाजार का हृदयस्थली कहे जाने वाले हनुमान मंदिर चौक से लेकर पेट्रोल पम्प तक एनएच 327 ई सड़क तथा हनुमान मंदिर से लेकर राधाकृष्ण मंदिर तक एसएच 91 सड़क को ही अवैध रूप से ऑटो व बस स्टैंड के रूप में तब्दील कर दिया है. ऑटो चालकों की मनमानी इस कदर बढ़ गयी है कि बीच सड़क पर ही यात्रियों को चढ़ाने व उतारने का काम किया जाने लगा है.
जिस वजह से हमेशा यहां जाम की समस्या बनी रहती है. वहीं दूसरी और बची-खुची एसएच 91 की सड़क पर ठेला, सब्जी, फल एवं छोटे-छोटे दुकानदारों ने अवैध तरीके से कब्जा जमा लिया है. जिससे आम लोगों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
अनुमंडल पदाधिकारी विनय कुमार सिंह तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी जितेंद्र कुमार के संयुक्त नेतृत्व में अभियान चलाकर जदिया की दोनों मुख्य सड़क को अतिक्रमण से मुक्त किया गया था. लेकिन प्रशासन की उदासीनता के कारण फिर एक बार जाम की समस्या उतपन्न हो गयी.
जदिया बाजार में लंबे समय से बस पड़ाव की आवश्यकता महसूस की जा रही है. एनएच 327 ई तथा एसएच 91 के निर्माण के बाद लंबी दूरी के यात्री बसों का परिचालन प्रारंभ होने से यहां बस पड़ाव की नितांत आवश्यकता है. वहीं ऑटो खड़ी करने के लिए निर्धारित स्थल नहीं रहने के कारण चालकों को बीच सड़क ऑटो खड़ी कर यात्रियों को चढ़ाने व उतारने की विवशता बनी हुई है.
मूकदर्शक बना प्रशासन
हैरत करने वाली बात तो यह है कि हनुमान मंदिर चौक जहां एनएच व एसएच जुड़ती है, वहां अवैध रूप से ठेला लगाकर फल व सब्जी वाले सड़क को अतिक्रमण किये रहता है. जबकि स्थानीय पुलिस वाहन भी वहां रुकती है. लेकिन जाम को देखकर भी स्थानीय पुलिस वहां से आंखें फेर कर निकल जाती है. जिससे अतिक्रमणकारियों का मनोबल और बढ़ जाता है.
कहते हैं अंचलाधिकारी
अंचलाधिकारी ध्रुव कुमार ने इस संबंध में बताया कि जाम एवं अतिक्रमण की समस्या को लेकर थानाध्यक्ष को निर्देशित किया गया है. कहा कि सड़क पर छोटे-मोटे दुकान व ठेले लगाने पर रोक लगायी जायेगी. आदेश के अनुपालन नहीं करने पर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.
लाखों के राजस्व की हो रही है क्षति
सरकारी स्तर पर बस व ऑटो पड़ाव नहीं रहने से राजस्व की क्षति हो रही है. जबकि चकाचक सड़क बनने से रोजाना दर्जनों बसे व अनगिनत ऑटो यहां से खुलकर गन्तव्य स्थान तक पहुंचती है.
वर्षों पूर्व की गयी थी वाहन ठहराने की व्यवस्था
कुछ वर्ष पूर्व स्थानीय प्रशासन द्वारा जाम से निजात दिलाने के लिए वाहन चालकों के लिए एक मापदंड तैयार किया गया था. जिससे जाम की समस्या से निजात मिल सके. राहगीरों को इससे निजात भी मिला था. जिसकी लोगों ने खूब प्रशंसा की थी.
प्रशासन द्वारा त्रिवेणीगंज की और जाने वाले वाहनों को रुकने का स्थल मिलन चौक, मीरगंज-रानीगंज की और जाने वाले वाहनों का रुकने का स्थल पेट्रोल पंप से आगे एवं छातापुर की और जाने वाले वाहनों का स्थल कमल सुराना के घर समीप निर्धारित किया था. जिससे लोगों को जाम से निजात मिली थी.
लेकिन यह व्यवस्था कुछ ही दिनों में ध्वस्त हो गया एवं फिर एक बार जाम की समस्या उत्पन्न हो गयी है, जो अब नासूर बन गया है. स्थानीय लोगों का मानना है कि अगर फिर उस व्यवस्था पर अमल किया जाता है तो निश्चित रूप से जाम की समस्या से लोगों को निजात मिल सकता है.
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