सुपौल (भीमनगर) : कोसी नदी पर नेपाल में बने कोसी बराज सुरक्षा की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी जवान हर आने-जाने वालों पर नजर रख रहे हैं. दिल्ली के जाफराबाद और यूपी के अमरोहा से गिरफ्तार 10 आतंकियों से पूछताछ में एनआइए को जो इनपुट प्राप्त हुआ है, उसमें महत्वपूर्ण संरचनाओं पर आतंकी हमले की चर्चा है. इस चर्चा में कोसी बराज का नाम भी शामिल है.
कोसी बराज कोसी नदी पर भारत सरकार द्वारा नेपाल में बनाया गया एक महत्वपूर्ण संरचना है, जिससे नेपाल और भारत दोनों देशों के लोग बाढ़ की सुरक्षा के साथ-साथ सिंचाई का भी लाभ लेते हैं. इस महत्वपूर्ण संरचना पर गिरफ्त में आये आइएसआइएस से प्रभावित हरकत उल हर्ब इस्लाम के आतंकवादियों से इनपुट प्राप्त हुआ है कि आतंकी हमला हो सकता है. इस इनपुट के सामने आते ही भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी ने अपनी सतर्कता बढ़ा दी है. उल्लेखनीय है कि कोसी बराज नियंत्रण कक्ष संरचना से मात्र एक किलोमीटर की दूरी पर एसएसबी के जवान तैनात हैं.
ढाई वर्ष पहले भी दी गयी थी धमकी
ढाई वर्ष पहले भी एक पोस्टर कोसी बराज पर अलकायदा के नाम से लगाया गया था, जिसमें कोसी बराज को उड़ाने की धमकी दी गयी थी पुनः कोसी बराज पर आतंकी हमले की बात सामने आने की वजह से एसएसबी के जवान चौकस हैं.
कहते हैं कमांडेंट
45वीं बटालियन के कमांडेंट एचके गुप्ता ने बताया कि वैसे आमतौर पर नेपाल से आने-जाने वाले लोगों पर एसएसबी की नजर तो रहती ही है, परंतु नया वर्ष होने के कारण एक जनवरी के दिन कोसी बराज पर भारी संख्या में भीड़ आती है. जहां तक इनपुट का सवाल है, उसमें बराज को उड़ाने की धमकी नहीं मिली है. एनआइए द्वारा गिरफ्तार आतंकियों के टारगेट की सूची में वीरपुर बराज का नाम भी पाया गया है. जाहिर तौर पर बराज की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. नेपाल प्रशासन को भी सुरक्षा पर ध्यान देना होगा.