पटना. राज्य के सभी स्टेट हाइवे की चौड़ाई कम-से-कम दो लेन की होगी. साथ ही इन सभी को एनएच के मापदंडों के अनुसार विकसित किया जा रहा है. इनका रखरखाव भी ओपीएमआरसी के तहत किया जा रहा है. इसका मकसद सीएम नीतीश कुमार के निर्देशों के अनुरूप राज्य के किसी भी हिस्से से पांच घंटे में राजधानी पहुंचने के लक्ष्य काे प्राप्त करना है.
इसके साथ ही पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने स्टेट हाइवे के किनारे नागरिक सुविधाएं विकसित करने की कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया है, जिस पर कार्रवाई की जा रही है. पथ निर्माण विभाग के सूत्रों के अनुसार राज्य में 3700 किमी लंबे स्टेट हाइवे हैं.
फिलहाल इनमें से 11 स्टेट हाइवे को कम-से-कम दो लेन चौड़ा बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई है. इसके लिए राज्य सरकार ने एशियन डेवलपमेंट बैंक से 500 मिलियन डॉलर का लोन लिया है. कई स्टेट हाइवे, जिन पर ट्रैफिक लोड अधिक है, उन्हें पेभ्ड सोल्डर के साथ दो लेन का बनाया जा रहा है.
विभाग के अनुसार इस लोन से राज्य सरकार ने प्रथम चरण में वर्ष 2019 में पांच स्टेट हाइवे को 10 मीटर चौड़ा बनाने की स्वीकृति दी थी. इनमें बिहियां-जगदीशपुर-पीरो बिहटा (एसएच-102), घोघा-पंजवारा-भागलपुर (एसएच-84), अकबरनगर- अमरपुर (एसएच-85).
उदाकिशनगंज से भटगामा ( एसएच-58) और कादिरगंज-खैरा (एसएच-82) परियोजना शामिल हैं. इनमें से चार का काम पूरा हो चुका है, जिनका जल्द उद्घाटन किया जायेगा. एक परियोजना का काम जारी है.
दूसरे चरण में राज्य सरकार ने बेतिया-नरकटियागंज (एसएच -105), मानसी-फान्गु हॉल्ट (एसएच-95), कटिहार-बलरामपुर ( एसएच-98), वायसी बहादुरगंज-दिघलबैंक (एसएच-99) के निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति दी है.
इसके साथ ही कैबिनेट ने मंझवे- गोविंदपुर, अंबा देव-मदनपुर, फान्गु हॉल्ट से सिमरी बख्तियारपुर तक सड़कों के निर्माण की स्वीकृति दी है. इन सभी का टेंडर 15 दिनों में जारी किया जायेगा.
Posted by Ashish Jha