सीवान. आंधी व बारिश के बावजूद भी लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिली. रविवार की सुबह से ही निकली तीखी धूप ने लोगों को परेशान किया. दोपहर बाद लोगों को तेज धूप से मुक्ति मिली.
आकाश में बादलों ने डेरा जमा लिया. इससे उमस बढ़ गयी. उमस भरी गर्मी से लोग परेशान दिखे. अधिकतम तापमान 40 व न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. आर्द्रता 45 फीसदी रही. कड़क धूप से परेशान राहगीर व बाइक सवार सड़क किनारे पेड़ की छाया में आश्रय लेते नजर आये. गर्मी व उमस से बाजार में दोपहर के समय दुकानें भी बंद होने लगी हैं. शाम ढलने के बाद ही लोग बाजार को निकल रहे हैं. इससे बाजार में देर तक भीड़ लग रही है. इस कारण शाम में मुख्य सड़क पर बार-बार जाम लगते देखा गया. मौसम वैज्ञानिक डॉ मनोज कुमार गिरी ने बताया कि अगले तीन दिनों तक प्री-मॉनसून बारिश की संभावना बनी हुई है. हालांकि इस दौरान धूप भी खिलेगी एवं तापमान में गिरावट भी आ सकती है.सेहत का रखें विशेष ख्याल
चिकित्सक डॉ रंजन भारती ने बताया कि वर्तमान मौसम में सीधे धूप से बचना जरूरी है. घर से बाहर निकलते समय सिर ढककर ही निकलना चाहिए. धूप व उमस से पसीने के साथ ही नमक की मात्रा का भी शरीर से अधिक निष्कासन होता है. इससे इस मौसम में शरीर में पानी व नमक की कमी होती है. इससे थकान व कमजोरी महसूस होता है. इस मौसम में कय, दस्त के साथ ही संक्रमण वाली बीमारियों का प्रभाव बढ़ जाता है, जिसमें हेपेटाइटिस-ए, हेपेटाइटिस-बी टाइफाइड, चमकी, मलेरिया के साथ ही लू लगना व डिहाइड्रेशन से लोग पीड़ित होते हैं. इस मौसम में बच्चे व बुजुर्गों की अधिक देखभाल की जरूरत है.अलनीनो इफेक्ट की वजह से इस बार झूम के बरसेंगे बादल
मॉनसून केरल में एक सप्ताह पहले ही सक्रिय हो गया है. जिले में इस बार मॉनसून समय से ही सक्रिय होगा. मौसम विभाग का अनुमान है कि इस साल जिले में सामान्य से अधिक बारिश होगी. इस अच्छी बरसात से जून में लू वाले दिनों की संख्या में कमी आयेगी. इसका सकारात्मक असर खेती पर पड़ेगा. हर साल एक जून को दक्षिण पश्चिमी मॉनसून केरल तट से टकराता है. लेकिन, इस बार अलनीनो प्रभाव के चलते यह एक सप्ताह पहले ही केरल पहुंच गया. वहीं, बंगाल की खाड़ी की तरफ से चलने वाली पूर्वा हवा के भी पहले सक्रिय होने की वजह से प्री-मॉनसून का मौसम बन गया है. जिले में 15 जून को मॉनसून आने की संभावना है.
सप्ताह भर सतायेगी उमस भरी गर्मी
मौसम विशेषज्ञों की माने, तो एक सप्ताह तक उमस भरी गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. हालांकि इस दौरान तीखी धूप व गर्म हवा से लोगों को राहत मिलेगी. अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की कमी हो सकती है. वहीं न्यूनतम तापमान स्थिर रहने की संभावना है. आर्द्रता 45 से 55 फीसदी रहने का अनुमान है. इस वजह से लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ेगा. 20 से 25 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से झोंकेदार पुरवा हवा चल सकती है.
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