गुठनी. थाना क्षेत्र के द्रिगपुरा गांव निवासी सेना के जवान उपेंद्र कुशवाहा (50 वर्ष) की मौत लखनऊ में हाइ वोल्ट तार की चपेट में आने से हो गयी. परिजनों की माने तो वह पूंछ के राजौरी में 59वीं इंजीनियर रेजिमेंट में तैनात थे. वह 23 मार्च को छुट्टी पर घर आये थे और लखनऊ में अपने भवन के निर्माण कार्य में लगे थे, जहां 13 अप्रैल को बिजली के हाइ वोल्ट तार की चपेट में आ गये. उन्हें गंभीर हालत में लेकर परिजन लखनऊ स्थित आर्मी अस्पताल पहुंचे, जहां मेडिकल चेकअप के बाद डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना मिलने के बाद पूरे परिवार में सन्नाटा पसर गया. वहीं, गांव में जवान की मौत के बाद मातम पसर गया. उनका पार्थिव शरीर मंगलवार को सेना के वाहन से पैतृक गांव द्रिगपुरा पहुंचा, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके शव को अंतिम विदाई दी गयी और ग्यासपुर स्थित सरयू नदी किनारे इकलौते पुत्र ने मुखाग्नि दी. पार्थिव शरीर से लिपट कर रो रही थी पत्नी व बच्चे थाना क्षेत्र के द्रिगपुरा गांव निवासी सेना के जवान उपेंद्र कुशवाहा की मौत के बाद परिजन बेसुध हो गये. पार्थिव शरीर से लिपटकर बच्चे बेसुध होकर रो रहे थे. वहीं, पत्नी प्रमिला देवी वहां मौजूद जवानों से चेहरा दिखाने की बार-बार जिद्द कर रही थी. वहां मौजूद लोग परिजनों को संभालने व अंतिम संस्कार की तैयारी में जुटे थे. जैसे ही सेना के वाहन से पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचा, हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी व भारत माता की जय और जयहिंद के नारे लगाने लगे.
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