सीवान . जिले के टीबी मरीजों के लिए राहत भरी खबर है. सदर अस्पताल में जल्द ही टीबी की पीसीआर जांच की सुविधा शुरू होने जा रही है. इसको लेकर शुक्रवार को पटना से आयी विशेषज्ञ मेडिकल टीम ने सदर अस्पताल स्थित आरटी-पीसीआर लैब का विस्तृत निरीक्षण किया और उसे टीबी जांच के अनुकूल तैयार करने की प्रक्रिया का जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान टीम ने लैब में उपलब्ध मशीनों, तकनीकी संसाधनों, बिजली आपूर्ति, बायो-सेफ्टी मानकों, सैंपल कलेक्शन व्यवस्था और स्टाफ की उपलब्धता की गहन समीक्षा की. मेडिकल टीम ने आवश्यक तकनीकी बिंदुओं पर अस्पताल प्रबंधन को दिशा-निर्देश भी दिए, ताकि टीबी की पीसीआर जांच निर्बाध रूप से शुरू की जा सके.
दो घंटों में होगी 96 सैंपल की जांच
बताया गया कि टीबी की पीसीआर जांच शुरू होने से जिले के मरीजों को काफी राहत मिलेगी. एक साथ 96 सैंपल की जांच महज दो घंटे में की जा सकेगी. जांच में टीबी बीमारी का पता लगने पर मरीज की तुरंत दवा शुरू की जा सकती है. ड्रग्स सेंसेविटी टेस्ट के लिए पुनः सैंपल पटना भेजा जाएगा. सदर अस्पताल में ही जांच की सुविधा मिलने से समय और खर्च दोनों की बचत होगी. साथ ही, टीबी की तेज और सटीक पहचान संभव हो सकेगी, जिससे मरीजों का इलाज समय पर शुरू किया जा सकेगा.टीबी उन्मूलन अभियान को मिलेगी मजबूती
विशेषज्ञों के अनुसार पीसीआर जांच से टीबी के छुपे कीटाणुओं का भी पता लगाया सकता है. जिले में टीबी उन्मूलन अभियान को भी इससे मजबूती मिलेगी. निरीक्षण के दौरान मेडिकल टीम ने यह भी कहा कि सभी तकनीकी मानकों को पूरा करने के बाद जल्द ही जांच सेवा शुरू कर दी जाएगी. आवश्यक स्टाफ को प्रशिक्षण देने और लैब को पूरी तरह क्रियाशील बनाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने उम्मीद जताई कि टीबी की पीसीआर जांच शुरू होने से सीवान जिला टीबी नियंत्रण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाएगा. आम जनता और खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को इसका सीधा लाभ मिलेगा और टीबी के खिलाफ लड़ाई और अधिक प्रभावी हो सकेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

