सीवान. जिले में धान खरीदारी की रफ्तार धीरे-धीरे बढ़ रही है, लेकिन अब भी लक्ष्य के मुकाबले स्थिति संतोषजनक नहीं है. अब तक जिले में 2622 किसानों से कुल 15 हजार 350.051 मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है. हालांकि, खरीद प्रक्रिया शुरू हुए लगभग दो माह पूरे होने को हैं और अभी तक धान की कुटाई भी पूरी तरह शुरू नहीं हो पायी है. इससे पैक्स को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. प्रखंडवार स्थिति की बात करें तो नौतन प्रखंड में धान खरीद की रफ्तार काफी धीमी है. यहां मात्र 45 किसानों से 257.675 मीट्रिक टन धान की खरीद हो पाई है. वहीं, रघुनाथपुर प्रखंड में 266 किसानों से 1860.275 मीट्रिक टन धान की खरीद कर अब तक सबसे बेहतर प्रदर्शन किया गया है. इसी को लेकर समाहरणालय में जिलाधिकारी विवेक रंजन मैत्रेय की अध्यक्षता में धान अधिप्राप्ति टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गयी. बैठक में धान खरीद की प्रगति, भुगतान और व्यवस्थाओं की विस्तार से समीक्षा की गयी. जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि धान खरीद के दौरान यदि किसी प्रकार की शिकायत मिलती है तो उसकी तुरंत जांच कर दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. उन्होंने सभी पैक्स को निर्देश दिया कि छोटे और सीमांत किसानों से प्राथमिकता के आधार पर धान की खरीद सुनिश्चित की जाए. किसी भी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जायेगी. जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि धान खरीद के बाद किसानों के भुगतान में कोई देरी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि धान बिक्री के 48 घंटे के भीतर किसानों के खाते में राशि का भुगतान हर हाल में पूरा किया जाये. यदि भुगतान लंबित रहने की शिकायत मिलती है, तो संबंधित पदाधिकारियों और कर्मियों पर कार्रवाई की जायेगी. बैठक में अधिक से अधिक किसानों का पंजीकरण कराने पर भी जोर दिया गया, ताकि सभी पात्र किसानों से धान की खरीद सुनिश्चित हो और कोई भी किसान सरकारी व्यवस्था से वंचित न रहे. इसके साथ ही सीएमआर चावल के सुरक्षित भंडारण को लेकर चर्चा की गयी. जिलाधिकारी ने कहा कि चावल के भंडारण के लिए निजी गोदामों को भाड़े पर लिया जायेगा और इसके लिए जल्द ही विज्ञापन प्रकाशित करने का आदेश दिया गया.
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