निगरानी विभाग की टीम ने गिरफ्तार कर तीन घंटे तक की पूछताछ
सीवान. निगरानी विभाग की टीम ने मंगलवार को सिसवन थाने में तैनात दारोगा कन्हैया सिंह को 40 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. दारोगा ने एक मुकदमे में आरोपित का नाम हटाने और मनमाफिक डायरी लिखने के नाम पर रिश्वत की मांग की थी. निगरानी विभाग के डीएसपी बिप्लव कुमार के मुताबिक सिसवन थाना क्षेत्र के जेलर साहब के मठिया गांव में दो पक्षों के बीच जमीन विवाद को लेकर मारपीट की घटना मेंं प्राथमिकी दर्ज हुई थी. मुकदमे के आइओ कन्हैया सिंह ने एक अभियुक्त का नाम केस से हटाने व डायरी लिखने के लिए 40 हजार रुपये रिश्वत की मांग की. इसके बाद परिवादी सुनील कुमार ने निगरानी थाने में इसकी शिकायत दर्ज करायी थी. इस पर 18 दिसंबर को प्राथमिकी दर्ज की गयी. मंगलवार को तय योजना के तहत रकम लेकर परिवादी सुनील सिसवन के महाराणा प्रताप चौक स्थित एक चाय दुकान पर मौजूद दारोगा कन्हैया के पास पहुंचा़ दारोगा ने जैसे ही रुपये लिये वहां पहले से ही मौजूद निगरानी टीम ने दारोगा को गिरफ्तार कर लिया. निगरानी के चंगुल में आते ही दारोगा चेहरा छुपाने लगा तथा रो पड़ा. निगरानी टीम ने रिश्वत की राशि बरामद करते हुए दारोगा के आवास की भी तलाशी ली. जांच के बिंदु में यह भी शामिल रहा कि दारोगा की पहले भी इस तरह के मामले संलिप्तता रही है की नहीं. करीब तीन घंटे की पूछताछ के बाद टीम आगे की कार्रवाई के लिए दारोगा को लेकर पटना के लिए रवाना हो गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

