सीवान. कालाजार उन्मूलन की दिशा में स्वास्थ्य विभाग ने जिले में एक और प्रभावी पहल शुरू की है. जिले में छिपे हुए कालाजार मरीजों की पहचान कर समय पर इलाज सुनिश्चित करने के उद्देश्य से घर-घर कालाजार रोगी खोज अभियान का शुभारंभ किया गया. मंगलवार को बड़हरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर से जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ ओपी लाल ने हरी झंडी दिखाकर प्रचार रथ को रवाना किया और अभियान की औपचारिक शुरुआत की. इस अवसर पर डॉ ओपी लाल ने कहा कि कालाजार एक गंभीर लेकिन पूरी तरह से उपचार योग्य बीमारी है. समय पर पहचान और समुचित इलाज से न केवल मरीज को राहत मिलती है, बल्कि संक्रमण की शृंखला को भी तोड़ा जा सकता है. उन्होंने बताया कि अभियान के तहत आशा घर-घर जाकर संभावित कालाजार मरीजों की पहचान करेंगी. उन्होंने कहा कि बुखार, वजन घटना, तिल्ली बढ़ना जैसे लक्षण मिलने पर तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचना देने की अपील की गयी है. अभियान के माध्यम से नये मामलों को प्रारंभिक स्तर पर ही चिन्हित कर उपचार उपलब्ध कराया जायेगा. स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि जिले को कालाजार मुक्त बनाया जाये.
200 से 250 घरों में होगी सक्रिय खोज :
डॉ ओपी लाल ने जानकारी दी कि प्रत्येक आशा को अपने क्षेत्र की लगभग 1000 की आबादी या 200 से 250 घरों में सक्रिय खोज का दायित्व सौंपा गया है. इसके लिए माइक्रो प्लान तैयार किया गया है, जिसमें कार्यक्षेत्र, लक्षित घरों की संख्या, फॉलोअप तिथि और रिपोर्टिंग प्रक्रिया तय की गयी है. अभियान की नियमित मॉनीटरिंग भी की जायेगी.वीएल, एचआइवी-वीएल और पीकेडीएल पर रहेगा विशेष फोकस :
जिला वेक्टर जनित रोग सलाहकार नीरज कुमार सिंह ने बताया कि अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता कालाजार (वीएल), एचआईवी-वीएल और पीकेडीएलके संभावित रोगियों की पहचान करेंगी. संदिग्ध मरीजों को सूचीबद्ध कर तत्काल जांच और उपचार के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर रेफर किया जायेगा. उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 से नवंबर 2025 तक प्रतिवेदित मरीजों के घर से 500 मीटर की परिधि में स्थित 200 से 250 घरों में दिसंबर के तीसरे सप्ताह में यह खोज अभियान चलाया जायेगा.स्वास्थ्यकर्मियों की रही व्यापक भागीदारी :
अभियान के शुभारंभ अवसर पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बड़हरिया, जिला वेक्टर जनित रोग सलाहकार नीरज कुमार सिंह, वीडीसीओ विकास कुमार, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक अंजनी कुमार, बीसीएम रूबी कुमारी, बुनियादी स्वास्थ्य कार्यकर्ता स्मृति रंजन वर्मा, पिरामल स्वास्थ्य के पीओ-सीडी सोनू कुमार सिंह सहित बड़ी संख्या में आशा फैसिलिटेटर, आशा एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे. स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि आशा की सक्रिय भूमिका और समुदाय की सहभागिता से यह अभियान सफल होगा और जिला कालाजार उन्मूलन के लक्ष्य की ओर एक मजबूत कदम साबित होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

